Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों को पैसे लौटाने की प्रक्रिया जारी है. राजधानी रायपुर में पहली बार चिटफंड कंपनी की जमीन नीलाम की गई है. इसमें अमलीडीह स्थिति दिव्यानी कंपनी के जमीन की नीलामी कर बिक्री की गई है. अब जल्द निवेशकों के पैसे लौटाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. दरअसल रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर गुरुवार को तहसील कार्यालय रायपुर के सभागृह में सत्र न्यायाधीश रायपुर के विधिक दाण्डिक प्रकरण में पारित आदेश एवं जिला दण्डाधिकारी और एसडीएम रायपुर के जारी आदेशानुसार निवेशकों के हितों के संरक्षण अधिनियम की धारा के तहत अनावेदकगण के कुर्क शुदा संपत्ति की नीलामी कार्रवाई की गई.
96 लाख की जमीन पर 3 करोड़ 84 लाख की बोली
सन एंड सन इन्फामेट्रीक प्रा.लि. के श्यामसुन्दर शर्मा ने ग्राम अमलीडीह स्थित संपत्ति/भूमि खसरा नंबर 191/21 रकबा 0.324हे. भूमि का सरकारी ऑफसेट मूल्य 96 लाख 39 हजार रूपये था, जिसे नीलामी पश्चात 3 करोड़ 84 लाख रूपये में बोली लगाकर क्रय किया गया. इसी प्रकार विनोद कुमार अग्रवाल ने खसरा नंबर 190/14 रकबा 0.011हे. सरकारी ऑफसेट मूल्य 9 लाख 62 हजार 500 रूपये था. जिसकी नीलामी बाद 9 लाख 63 हजार 500 रूपये में क्रय किया गया और खसरा नंबर 190/06 रकबा 0.022हे. भूमि का ऑफसेट मूल्य 1 लाख 92 हजार 500 रूपये था. जिसका नीलामी के बाद 21 लाख 29 हजार रूपये की बोली लगाकर क्रय किया गया है.
नीलामी की प्रक्रिया पूरे होने के बाद अब रकम वापसी की चर्चा शुरू हो गई है. अफसरों के अनुसार चिटफंड करीब चिटफंड पीड़ितों की संख्या 20 हजार है. जमीन खरीदने वालों को एक महीने का वक्त दिया गया है. जमीन खरीदी के पैसे चुकाने के लिए, इसके बाद पीड़ित निवेशकों की पहचाना कर 1-2 महीने के भीतर उनके हिस्से की रकम वापसी कर दी जाएगी.
सीएम ने तेज कार्रवाई करने के दिए हैं निर्देश
गौरतलब है कि प्रदेशभर में चिट फंड कंपनियों ने आम नागरिकों से करोड़ों रुपये ठगे हैं. अब जिला प्रशासन चिट फंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने के बाद निवेशकों के डूबे रकम को वापस लौटने का काम शुरू कर चुकी है. इससे पहले राजनांदगांव जिले के निवेशकों को पैसे वापस लौटाए गए हैं. वहीं इस मामले पर सीएम भूपेश बघेल ने दो महीने पहले गृह विभाग को रकम वापसी और ठगों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
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