Raipur News: कर्ज के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ सरकार को घेरने की तैयारी में बीजेपी, कांग्रेस ने ऐसे किया पलटवार
Chhattisgarh Government: बीजेपी राज्य सरकार को कर्ज के मुद्दे पर घेरने की कोशिश में जुट गई है. वहीं कांग्रेस, बीजेपी शासित राज्यों से कम कर्ज लेने का दावा कर रही है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के ऊपर कर्ज का भार लगातार बढ़ रहा है. 31 जनवरी 2022 की स्थिति में कर्ज की रकम बढ़कर 84 हजार 223 करोड़ रुपए हो गई है, जो राज्य के कुल बजट का करीब 87 प्रतिशत है. बढ़ते कर्ज पर अब सियासत तेज हो गई है. बीजेपी राज्य सरकार को घेरने की कोशिश में जुट गई है. दूसरी तरफ कांग्रेस दूसरे बीजेपी शासित राज्यों से कम कर्ज लेने का दावा कर रही है.
छत्तीसगढ़ में कर्ज पर सियासत
दरअसल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक बयान के बाद कर्ज पर सियासत शुरू हुई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि देश दिवालियापन की ओर बढ़ रहा है. इसके जवाब में बीजेपी से पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने राज्य सरकार के अबतक के कर्ज के आंकड़े जारी किए हैं.
बीजेपी से पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सीएम भूपेश बघेल के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि आपके ऊपर जल्दी थकान हावी होने लगी है, आप 'प्रदेश' बोलते-बोलते देश बोल गये. 31 जनवरी 2022 की स्थिति में 84 हजार 223 करोड़ रुपए कर्ज की राशि है. केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए कृपया 'देश' को बदनाम मत कीजिए.
कांग्रेस प्रवक्ता ने साधा निशाना
इधर इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का बताया सामने आया है. उन्होंने बताया है कि छत्तीसगढ़ सरकार का कर्ज भार बीजेपी शासित राज्यों से कम है. इसमें उत्तर प्रदेश का कर्ज भार 92 प्रतिशत है, गुजरात 146, मध्य प्रदेश 125, हरियाणा 180 और कर्नाटक का कर्जभार 126 प्रतिशत है. उन्होंने आगे कहा कि रमन सिंह के कार्यकाल में सरकार के ऊपर 41 हजार कर्ज था, जिसे वो छोड़कर गए थे. आगे उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर बढ़ते कर्ज के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. क्योंकि केंद्र सरकार राज्य के हिस्से का पैसा समय पर जारी नहीं करती है. जिसके चलते राज्य सरकार को गरीब किसान के हित के लिए कर्ज लेना पड़ता है.
कांग्रेस ने कहा- बीजेपी सरकार में किसान कर्ज में दबे थे
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा, हमारी सरकार गांव, गरीब, किसान के कल्याण और राज्य के विकास के लिए कर्ज ले रही है. इसका सुपरिणाम भी दिख रहा है. राज्य में खेती का रकबा बढ़ा है. करीब साढ़े चार लाख किसान खेती की ओर लौटे हैं. हमारी सरकार में किसान कर्ज मुक्त है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल में किसान कर्ज में दबे हुए थे. बीजेपी के नेता केवल अफवाह फैलाते हैं. आज भी बीजेपी शासित राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ की वित्तीय स्थिति बेहतर है.