प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर नामीबिया से भारत लाए जाने वालों 8 चीतों को लेकर देशभर में चर्चा है. साल 1952 में देश में चीतों को विलुप्त करार दिए जाने के बाद अब पीएम मोदी के जन्मदिन पर 8 चीतो को भारत लाने की खबर ने लोगों में रोमांच पैदा कर दिया है. ये चीते मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में रहेंगे. नामीबिया से 8 चीतों को भारत लाने जाने की खबर पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ये अच्छी बात है कि लोग चीतों को देख पाएंगे. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि चीतों को लाया जा रहा है. मुझे उम्मीद है कि वे यहां जीवित रहेंगे. यह अच्छा है कि लोग चीतों को देख पाएंगे.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में इन चीतों को छोड़ेंगे. भारत में चीतों को ला रहे विमान में कुछ बदलाव किए गए हैं ताकि उसके मुख्य केबिन में पिंजड़ों को सुरक्षित रखा जाए लेकिन उड़ान के दौरान पशु चिकित्सक चीतों पर पूरी तरह नजर रख सकेंगे.



विमान को एक चीते की तस्वीर के साथ पेंट किया गया है. यह विशाल विमान 16 घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम है और इसलिए ईंधन भरवाने के लिए कहीं रुके बिना नामीबिया से सीधे भारत आ सकता है. भारतीय वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि चीतों को हवाई यात्रा के दौरान खाली पेट रहना होगा. लंबी दूरी की यात्रा में यह एहतियात बरतना आवश्यक है क्योंकि इससे पशुओं को मिचली जैसी दिक्कत हो सकती है, जिससे अन्य समस्याएं भी पैदा होने की आशंका है.


गौरतलब है कि भारत सरकार ने 1952 में देश में चीतों को विलुप्त करार दे दिया था. छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के साल वन में 1948 में आखिरी चीता दिखा था.


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