Chhattisgarh News: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रूस की तरफ से लगातार हमले किए जा रहे है. ऐसे में यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीय नागरिक भारत वापसी के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है. इसमें छत्तीसगढ़ के 75 लोगों की पहचाना हुई है. इसमें से अधिकांश स्टूडेंट ही है जो राज्य सरकार के संपर्क में हैं. सभी की वापसी के लिए लगातार कोशिश की जा रही है.
यूक्रेन संकट चिन्ता का विषय-सीएम
दरअसल यूपी दौरे से लौटने के बाद रायपुर एयरपोर्ट में सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)ने मीडिया से बातचीत की है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यूक्रेन का वर्तमान संकट चिन्ता का विषय है. यूक्रेन में 20 हजार विद्यार्थी फंसे हुए हैं, उसमें छत्तीसगढ़ राज्य के भी हैं. उनकी मदद के लिए दिल्ली में हमने हेल्प सेंटर प्रारंभ किया है, वहां लोग लगातार सम्पर्क कर रहे हैं. हम हर स्तर पर मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. भारत सरकार और विदेशी दूतावास से लगातार सम्पर्क में हैं कि हम अपने विद्यार्थियों को कैसे छत्तीसगढ़ वापस ला सकें. चर्चा तो भारत सरकार को करनी होगी. राज्य शासन की ओर से हमने इसके लिए अधिकारी नियुक्त किया है और लगातार सम्पर्क में हैं.
इन नंबरों में कर सकते है संपर्क
यूक्रेन में जंग की स्थिति निर्मित होने के बाद 22 फरवरी को राज्य सरकार ने राज्य के छात्रों की वापसी के लिए दिल्ली में हेल्प सेंटर गठित किया गया है. यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के लोगों की सहायता और समन्वय के लिए छत्तीसगढ़ भवन नई दिल्ली आवासीय आयुक्त कार्यालय के सम्पर्क अधिकारी डॉ. गणेश मिश्र को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. यूक्रेन में फंसे लोग सहायता के लिए इस नंबरों में 011-46156000, मोबाईल नम्बर 99970-60999 और फैक्स नम्बर-011-46156030 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
75 छात्रों ने किया अबतक संपर्क
छत्तीसगढ़ भवन नई दिल्ली के संयुक्त आवासीय आयुक्त संजय अवस्थी ने बताया कि 22 फरवरी को छत्तीसगढ़ हेल्प सेंटर के नई दिल्ली के नोडल अधिकारी से यूक्रेन रह रहे सर्वश्री उपेन्द्र गुप्ता, अंकित कुमार, जीवनदास रात्रे, राजेश मोदी, मेदनी दुबे, धनेश देवांगन, संत कुमार साहू, अनिल जायसवाल, बी.एस., भूपेन्द्र सिंह, गनेश यादव, संजय, देवेन्द्र कौशिक, नजीब जंग, राजेश सिंह, शिव कुमार पांडे, सुहैल अंसारी, दीपक तामकर, एम कुमार राव, सुकवंत कौर, बीएस बनाटर, शिवांशु सिंह, कृष्णा खंडेलवाल, टीकेश चन्द्राकर ने सम्पर्क किया, जिनकी जानकारी ली की गई है.
इसी तरह 23 फरवरी को सर्वश्री शेरसिंह तोमर, जी.जी. मंडल, रियाज अंसारी, डॉ. अंजु, गीता शास्त्री, गौरव शास्त्री, संविता घोषाल, एसपी द्विवेदी, दिनेश कुमार श्रीवास, विरेन्द्र कुमार तिवारी, राकेश कुमार, नीरा जैन, आयुषश्री बोइदी, इमानुएलजय मस्से ने संपर्क किया. इसी तरह 24 फरवरी को रीतु त्रिवेदी, राजेश कुमार, डीके सिंह, रानी खंडेलवाल, श्री शर्मा, राहुल कुमार श्रीवास, विकास पुरी, खुर्शीद खान, कृष्णा खंडेलवाल, प्रदीप नारायण खंडेलवाल, सीमा लदेव, फरदीन, रविकांत साव, सजन परिहार, अविनश पटेल, मयंक पाल, रिजवराम भगत, इन्द्रिश कुरैशी, विश्वकुमार देवांगन, धनेश देवांगन, डॉ. गजभिये, योगेन्द्र पटेल, शिव प्रसाद, अनिल वर्मा, मनोहर भोय, अजय कुमार लाद, रविकांत साव, राजेन्द्र चंद्राकर, सौरभ सिंह, धनेश्वर सरदाल, ओम प्रकाश सिंह, शिव कुमार पांडेय, संतोष शुक्ला, गेनलाल साहू, राहुल मिश्रा, सनत कुमार साहू, मनोज खलहार और रघु चैन ठाकुर ने सम्पर्क किया है.
दी गई ये सलाह
फिलहाल छात्रों के वापसी के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से संपर्क किया जा रहा है. यह कार्य भारतीय विदेश मंत्रालय के सहयोग और समन्वय के बिना सम्भव नहीं है. वहीं वर्तमान परिस्थिति में यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को अपने-अपने स्थानों में सुरक्षित रूप से बने रहने की सलाह दी गई है.
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