Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में सरकारी कामकाज कर्मचारियों के हड़ताल (Chhattisgarh Workers Strike) से बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. राज्य के लाखों कर्मचारी डीए और एचआरए बढ़ाने के लिए पिछले महीने की 22 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि 2 सितंबर तक कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो प्रशासन सैलरी काटने और सर्विस ब्रेक की कार्रवाई करेगी. इसके बाद फेडरेशन ने आज एक बड़ी बैठक बुलाई है. 


काम पर नहीं लौटे तो होगी कार्रवाई
दरअसल बुधवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर एयरपोर्ट (Raipur Airport) पर मीडिया से बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों के हड़ताल पर कहा कि मेरे से मिलने के बाद ही कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं. काम पर लौटेंगे तो अधिकारियों से मुलाकात करूंगा. आगे उन्होंने फेडरेशन को चेतावनी के लहजे में कहा कि कितने दिनों तक हड़ताल करेंगे, वापस आना चाहिए. 6% डीए पहले ही बढ़ा चुके हैं. अधिकारी कर्मचारी हठधर्मिता छोड़ें और काम पर लौटें. जो काम पर लौटेंगे उनपर कार्रवाई नहीं होगी, जो अधिकारी-कर्मचारी नहीं लौटेंगे उनपर 2 तारीख के बाद कार्रवाई की जाएगी.


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आज फेडरेशन ने बुलाई बड़ी बैठक 
इधर फेडरेशन की गुरुवार को संगठन के प्रमुख लोगों के बीच एक बड़ी बैठक आयोजित की गई है. इसमें आगे की रणनीति और सरकार के सुझाव पर चर्चा की जाएगी. फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि, अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर हम हड़ताल पर हैं. केंद्र के समान ही राज्य के कर्मचारियों को 34% महंगाई भत्ता एरियर्स दिया जाए और इसके अलावा सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता दिया जाए. वहीं बैठक की अहमियत इसलिए बढ़ गई है क्योंकि फेडरेशन सरकार के सुझाव को मान गए तो हड़ताल आज ही खत्म हो जाएगी और कर्मचारी काम पर लौट जायेंगे.


हड़ताल से 52 विभागों का काम प्रभावित
गौरतलब है 22 अगस्त से फेडरेशन का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. इसके चलते राज्य के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी 23 जिलों में जिला न्यायालय, तहसील न्यायालय, कुटुंब न्यायालय, परिवार न्यायालय बंद हैं. इसकी वजह से हजारों मामलों की तारीख कोर्ट न्यायाधीश ने बढ़ा दी है. फेडरेशन ने दावा किया है कि राज्य के विभागाध्यक्ष कार्यालय इंद्रावती भवन, प्रदेश के कलेक्टर कार्यालय समेत 52 विभागों के कर्मचारी अधिकारी हड़ताल पर हैं.


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