Chhattisgarh Foundation Day: छत्तीसगढ़ में राज्योत्सव (Chhattisgarh Rajyotsav) के अवसर पर आयोजित ट्राइबल डांस फेस्टिवल (Tribal Dance Festival) का समापन हो गया है. इसमें मुख्य अथिति के रूप में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) शामिल हुए थे. समापन समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने पिछले 3 दिनों की भीड़ को देखते हुए इस समारोह को रविवार तक बढ़ाया है. समापन समारोह में आदिवासी कलाकारों को सम्मानित किया गया है. दो श्रेणियों में आयोजित इस फेस्टिवल में फसल कटाई की श्रेणी में छत्तीसगढ़ को प्रथम स्थान मिला है और विवाह संस्कार श्रेणी में सिक्किम को पहला स्थान मिला है. 


दरअसल 1 नवंबर से 3 नवंबर तक रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में राज्य स्थापना दिवस के लिए बड़ा आयोजन किया गया था. डांस फेस्टिवल के साथ स्टॉल भी लगाए गए हैं जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है, इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समापन समारोह में मंच से इसे 3 दिन और बढ़ाने का एलान किया है. अब रविवार तक साइंस कॉलेज ग्राउंड में सभी स्टॉल खुले रहेंगे. हालाकि मंचीय कार्यक्रम समाप्त हो गया है. विदेश से आए कलाकार भी 4 नवंबर को लौट जाएंगे.


फसल कटाई की श्रेणी में पहला स्थान
छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य को राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में फसल कटाई श्रेणी में पहला स्थान मिला है. दूसरा स्थान ओडिशा के ढेंगसा नृत्य को और तीसरा स्थान  हिमाचल प्रदेश के गद्दी नृत्य को मिला. इस श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार असम को दिया गया.
 
विवाह संस्कार में पहला स्थान सिक्किम को
विवाह संस्कार और अन्य श्रेणी में पहला स्थान सिक्किम के तमांग सेलो नृत्य को, दूसरा स्थान ओडिशा के घुड़सा नृत्य को और तीसरा स्थान झारखंड के डमकच नृत्य को मिला है. विशेष ज्यूरी सांत्वना सम्मान असम और गुजरात को मिला. इसके अलावा विदेश से आये कलाकारों का भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सम्मान किया. इस श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार गुजरात के सिद्धि धमाल नृत्य को दिया गया.


सोरेन ने कहा झारखंड-छत्तीसगढ़ भाई  
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य में ऐसे वर्ग को आगे बढ़ा रहे हैं जिनका सदियों से शोषण हुआ है. उनकी सरकार आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही सबके विकास के लिए कार्य कर रही है. मुझे इस मंच में आकर गौरव महसूस हो रहा है. झारखंड और छत्तीसगढ़ में इतनी समानता है कि दोनों राज्यों के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पता लगाना मुश्किल है कि यह क्षेत्र दोनों राज्यों में से किस राज्य का है. वास्तव में झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों भाई हैं. दोनों राज्य के लोगों का एक-दूसरे राज्य में आना-जाना लगा रहता है.


आना चाहते थे 22 देश के कलाकर-सीएम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि, आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का कार्य करती है. इसे सहेजकर और इसकी खूबसूरती को बड़े फलक पर दिखाने के उद्देश्य से हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया है. मुझे इस बात की खुशी है कि इस आयोजन में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की. रात बारह बजे तक लोग इस सुंदर आयोजन को देखने बड़ी संख्या में जुटते रहे. 22 देश के आदिवासी कलाकार इस आयोजन में शिरकत करने के इच्छुक थे लेकिन समयसीमा को देखते हुए हमने केवल 10 देशों को स्वीकृति दी.


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