Chhattisgarh News: आईएएस डॉ. एम गीता (IAS Dr M Geeta) का शनिवार शाम निधन हो गया है. उनका दिल्ली (Delhi) के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हुआ है. लंबे समय से एम गीता किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहीं थीं. उनका करीब 3 महीने से इलाज चल रहा था लेकिन वे शनिवार को जिंदगी की जंग हार गईं. इसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक अमले में शोक की लहर है. दरअसल डॉ एम गीता छत्तीसगढ़ कैडर की 1997 बैच की आईएएस अफसर हैं. उन्होंने राज्य के कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है.


सीएम ने जताया गहरा दुख
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने आईएएस एम गीता के निधन पर ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा हैं कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी डॉ एम. गीता जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. वे 1997 बैच की छत्तीसगढ़ कैडर की अधिकारी थीं. गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में उनका योगदान अंकित है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को संबल दे. ॐ शांति:






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डॉक्टरों की निगरानी में थीं
डॉ एम गीता छत्तीसगढ़ के महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव रही हैं. इसके बाद पारिवारिक कारणों और स्वास्थ्य की वजह से उन्हें दिल्ली में रहना पड़ा. एम. गीता को सरकार ने दिल्ली में छत्तीसगढ़ आवासीय आयुक्त को जिम्मेदारी सौंपी लेकिन उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता गया. लंबे समय तक डॉक्टरों की निगरानी में रहने के बावजूद शनिवार शाम को डॉक्टरों ने एम गीता के निधन की जानकारी दी है.




शादी के बाद पास की यूपीएससी 
डॉ. एम गीता ने एक टीवी इंटरव्यू में अपनी सफलता के बारे में बताया था कि, उन्होंने शादी के बाद यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. शुरुआत में चंबल रीवा और उज्जैन क्षेत्र में काम कर चुकी हैं. इस सफलता के पीछे उनके पिताजी का बड़ा योगदान था. गीता का कहना था कि उनके पिता हमेशा समाज के लिए काम करने के लिए प्रेरित करते थे. 


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