Congress President Polls:क्या राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी से लेनी होगी सलाह? CM भूपेश बघेल ने दिया जवाब
Congress Presidential Elections: सीएम Bhupesh Baghel ने कहा, इतना लम्बा अनुभव है सोनिया जी का और राहुल जी का, इस अनुभव का लाभ तो कांग्रेस पार्टी को लेना ही है.
Congress Presidential Elections: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए आज देशभर में डेलीगेट्स मतदान कर रहे हैं. थरूर (Shashi Tharoor) और खड़गे (Mallikarjun Kharge) के बीच किसी एक को चुनने की चुनौती हर कांग्रेसी में साफ नजर आ रही है लेकिन चुनाव जीतने के बाद भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से सलाह लेनी होगी. ऐसा क्यों होगा तो इसके लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) का बयान पढ़िए. उन्होंने कहा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी का लंबा अनुभव है इसका कांग्रेस पार्टी को लाभ होगा.
सीएम ने किया मतदान
दरअसल रायपुर (Raipur) के प्रदेश कांग्रेस भवन में छत्तीसगढ़ के 307 डेलीगेट्स मतदान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम (PCC Chief Mohan Markam) समेत बाकी कई डेलीगेट्स ने मतदान कर दिया है. बाकी बचे हुए डेलीगेट्स एक-एक कर के मतदान कर रहे हैं. मतदान हो जाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया बातचीत की है.
क्या कहा सीएम बघेल ने
सीएम ने कहा है कि उस परिवार का जितना बड़ा कद है कि उनके खिलाफ कोई चुनाव नहीं लड़ता था लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि कांग्रेस में आंतरिक चुनाव नहीं होते हैं. सीएम ने आगे सोनिया गांधी और राहुल गांधी से राष्ट्रीय अध्यक्ष को सलाह लेने पर कहा कि सब से सलाह करते हैं, इतना लम्बा अनुभव है सोनिया जी का और राहुल जी का. इस अनुभव का लाभ तो कांग्रेस पार्टी को लेना ही है.
24 साल बाद मतदान
सोमवार सुबह 10 बजे से रायपुर के प्रदेश कांग्रेस भवन में मतदान की प्रक्रिया शुरू है. सबसे पहले पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने अपना गोपनीय मत डाला. इसके बाद करीब 11 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कई मंत्रियों ने मतदान किया. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव को लेकर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि 24 साल बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव हो रहा है, कांग्रेस के कार्यकर्ता और पीसीसी डेलिगेट्स में काफी उत्साह है.
खड़गे का पलड़ा भारी
गौरतलब है कि 24 साल बाद कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहे हैं. इससे पहले हर 5 साल में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते तो थे लेकिन चुनाव कराने की जरूरत नहीं पड़ती थी. इस बार दो कांग्रेसी नेता चुनाव के लिए मैदान में हैं जिसमें खड़गे का पक्ष थरूर से मजबूत आंका जा रहा है. फिलहाल ये तो 19 अक्टूबर को ही पता चलेगा कि आखिर 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा.