Raipur News: सीएम भूपेश बघेल का बड़ा एलान, सभी सरकारी कार्यक्रमों में 'छत्तीसगढ़ महतारी' को दी जाएगी प्रमुखता
Chhattisgarh News: सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम उठाया है. उन्होंने सरकारी कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी को प्रमुखता से स्थान देने की बात कही है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा निर्णय लिया है. सरकार ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सभी शासकीय कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो को प्रमुखता से स्थान दिए जाने का फैसला किया है. अब राज्य में कोई भी सरकारी कार्यक्रम होंगे उसमें छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर को भी स्थान दिया जाएगा. इसको लेकर सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जानकारी दी है.
शासकीय कार्यक्रमों में होगी छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर
दरअसल, 18 जून को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस संबंध में ट्वीट किया है और उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है, उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है. हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके.इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है.
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छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर की खासियत
छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है. छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है. यही वजह है की छत्तीसगढ़ महतारी के हाथों में धान की बाली है और सिर पर हसिया दिखाई देता है. इस तस्वीर को देख के अंदाजा लगाया जा सकता है कि खेती किसानी से जुड़ी महिला की तस्वीर है. राज्य में महतारी एक छत्तीसगढ़ी शब्द है जिसे हिंदी में मां को कहते है और सब के भूख मिटाने वाली अन्नपूर्णा है. इसलिए खेती किसानी से जुड़ी छत्तीसगढ़ महतारी की राज्य में पूजा अर्चना की जाती है. किसान फसल से पहले छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा करते है.
इससे पहले भी लिया गया बड़ा निर्णय
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी अस्मिता को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े निर्णय लिए है. इसमें राज्यगीत की हर सरकारी कार्यक्रम में गाने का निर्देश दिया गया है. तब से अब तक सारे शासकीय कार्यक्रमों में 'अरपा पैरी के धार' सुनाई देता है. इससे अब राज्य में छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है. राज्य के लोग जिन गानों को घरों में गुनगुनाया करते थे और वो सरकारी कार्यक्रमों में गाया जाता है. इससे लोग काफी खुश नजर आ रहे है.