Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साइबर जालसाजों ने महिला को 58 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगी की शिकार महिला ने साइबर पुलिस से गुहार लगाई है. महिला की शिकायत के बाद जांच शुरू हो गई है. पुलिस के मुताबिक पंडरी थाने की मोवा निवासी एम लक्ष्मी अकेली रहती है. दिवंगत पति सरकारी नौकरी में थे. दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है. 3 नवंबर को टेलीकॉम डिपार्टमेंट से महिला को फोन आया.
कॉलर ने कर्मचारी बनकर महिला को आधार नंबर के दुरुपयोग की जानकारी दी. उसने बताया कि मोहम्मद इस्लाम नाम के व्यक्ति ने 311 बैंक अकाउंट खोला है. आपको मुंबई आना पड़ेगा. इसके बाद कॉलर ने कॉल मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर करने की बात कही.
वीडियो कॉलिंग में पुलिस की वर्दी पहने दूसरा युवक नजर आया. महिला से कहा गया कि जांच पूरी होने तक 24 घंटे कॉल से जुड़े रहना होगा. वर्दी पहने युवक ने महिला से कई सारे पर्सनल सवाल किये. मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला बताकर महिला को लेटर भेजा गया.
24 घंटे डिजिटल अरेस्ट रख महिला से 58 लाख की ठगी
लेटर पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मुहर लगी थी. उसमें लिखा था कि आप जांच पूरी होने तक देश छोड़कर नहीं जा सकती. केस किसी से शेयर नहीं करने को भी कहा गया. जालसाजों की धमकी से महिला डर गयी. दूसरे दिन मामले को सेटल करने के लिए पैसे की मांग शुरू हो गयी. पहली बार 31 लाख रुपये की डिमांड की गई.
महिला ने बैंक जाकर आरटीजीएस के माध्यम से 31 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. दोबारा 20 लाख रुपये जालसाजों ने मांगे. रकम ट्रांसफर करने के बाद महिला से ठगों ने तीसरी किस्त भी मांगी. महिला ने जालसाजों के दिए अकाउंट में ट्रांसफर किया. कुल मिलाकर 58 लाख रुपये का चपत साइबर ठगों ने महिला को लगा दिया. साइबर ठगी के मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
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