Chhattisgarh News: बारिश को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, 11 जिलों में दिख सकता है असर, कैसे बरते सावधानी?
रायपुर मौसम विभाग ने रविवार दोपहर एक अलर्ट जारी किया है. इसके अनुसार इसका असर राज्य के 11 जिलों में देखा जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह से मौसम का मिजाज रोजाना बदल रहा है. पिछले दो दिनों से तेज गर्मी के बाद आज अचानक मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार उत्तर छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने के साथ बारिश की चेतावनी है. वहीं लोगों इसके होने वाले प्रभाव और खुद को कैसे बचाना है इसके लिए भी मौसम विभाग ने सतर्क रहने के लिए कहा है.
मौसम विभाग का जारी किया अलर्ट
दरअसल रविवार दोपहर रायपुर मौसम विभाग ने एक अलर्ट जारी किया है. इसके अनुसार इसका असर राज्य के 11 जिलों में दिख सकते हैं. आज शाम गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और बिजली गिरने की प्रबल संभावना है. इसलिए लोगों को सतर्क रहने के लिए मौसम विभाग की तरफ से रविवार को अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने ये भी बताया है कि इसका प्रभाव रविवार दोपहर 2 आज से शाम 6:15 मिनट तक दिख सकता है.
इन 11 जिलों में बिजली की संभावना
रायपुर मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार अगले कुछ घंटे प्रदेश के कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर सरगुजा, जशपुर, कबीरधाम, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा और रायगढ़ जिलों में एक- दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने और बिजली गिरने की प्रबल संभावना है. यानी इसका प्रभाव क्षेत्र सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जिले होंगे. रायपुर के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया है कि ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा और उससे लगे राजस्थान के ऊपर स्थित है. एक द्रोणिका हवा की अनियमित गति कर्नाटक से झारखंड तक छत्तीसगढ़ होते हुए गुजर रही है. इसके कारण छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
क्या क्या नुकसान हो सकते हैं?
मौसम विभाग ने लोगों सतर्क रहने के लिए तेज अंधड़ से होने वाले प्रभाव की भी जानकारी दी है. मौसम विभाग के विज्ञानियों का कहना है कि पेड़ की शाखाओं के टूटने से बिजली और संचार लाइनों को नुकसान और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है. इसके अलावा बिजली गिर सकती है.
बिजली गिरी तो खुद को कैसे बचाएं
मौसम विभाग ने ये भी बताया है कि इस तरह के मौसम में लोगों को खुद को बचाने के लिए क्या करना होगा. इसके बिजली गिरने और तेजी अंधी के दौरान लोगों को अलग-थलग पड़े पेड़ों के नीचे आश्रय नहीं लेना है. तालाबों, झीलों और बाहरी पानी वाले क्षेत्र जैसे धान की रोपाई से तुरंत बाहर निकलें और दूर रहें. गड़गड़ाहट सुनने के बाद घर के अंदर जाए या सुरक्षित पक्के आश्रयों की तलाश करें.
गड़गड़ाहट की आवाज सुनने के बाद 30 मिनट तक घर के अंदर रहें. अगर कोई आश्रय उपलब्ध नहीं है, तो तुरंत उकडू बैठ जाएं. यात्रा के दौरान गरज के साथ हो रही हो तो कार या बस या ट्रेन के अंदर रहे, बिजली / इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का प्रयोग न करें और बिजली की लाइनों से दूर रहे.
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