Raipur: छत्तीसगढ़ में मॉनसून 7 जून के आस पास दस्तक दे सकती है. यानी 15 से 20 दिन बाद छत्तीसगढ़ में बरसात का महीना शुरू हो जाएगा. अब शहरवासियों की चिंता बढ़ गई है कि क्या फिर तेज बारिश से इस वर्ष शहर में सड़कें लबालब भर जाएंगी. आखिर क्या है रायपुर शहर में जल निकासी की व्यवस्था और इसके लिए नगर निगम बरसात में जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए कितनी तैयार है.
एक दिन बड़े नाले से 20 डंफर कचरा निकाला
दरअसल रायपुर शहर में हर साल दर्जन भर से अधिक इलाकों में जलभराव की स्थिति नजर आती है. रिंग रोड और करोड़ों खर्च कर बनाए गए नए बस स्टैंड में भी घुटने तक भर पानी भर जाता है. पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी नगर निगम की टीम ने मशीन से नालियों की सफाई शुरू कर दी है. नगर निगम की टीम ने एक दिन में 20 डंफर कचरा निकाला है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर की नालियां कचरे से जाम है. यानी इसे साफ नहीं किया गया तो पहली बारिश में ही शहर में पानी भरने का खतरा बढ़ जाएगा.
शहर के इन इलाकों में होती है जल भराव
अपको बता दें रायपुर के प्रोफेसर कॉलोनी, जलविहार कॉलोनी, बंधवा पारा, ब्राह्मण पारा, कंकाली पारा, आमापारा, बूढ़ाताला, संतोषी नगर के चौरसिया कॉलोनी के अलावा झुग्गी बस्तियों में जलभराव हर साल देखने को मिलती है. इन इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर करने की जरूरत है, नहीं तो इस वर्ष भी लोग जलभराव से परेशान होंगे. चौरसिया कॉलोनी के लोगों का कहना है कि टूटे नाली की मरम्मत शुरू किया गया है लेकिन बरसात के पहले काम पूरा नहीं होगा तो फिर जलभराव की समस्या होगी.
इसी तरह कई वर्षों से जलभराव की समस्या से जूझ रहे जल विहार कॉलोनी के लोगों का कहना है नालियों की गहराई को बढ़ाया जाए. पिछले साल हॉस्पिटल के सामने वाली सड़क में घुटने भर पानी भर गया था इससे लोगों को आने जाने में समस्या हो रही थी.
सफाई में एक सप्ताह का समय लगेगा
इधर, नगर निगम ने कुछ इलाकों में सफाई अभियान शुरू कर दिया है. बूढ़ातालाब के पीछे के क्षेत्र की नाले-नालियों का पानी रामनगर मुक्तिधाम वाले बड़ी नाली में जाकर गिरती है. कचरा होने के कारण नाली का पानी सड़क और घरों तक पहुंच जाता है. यहां सफाई शुरू हो गई है. रायपुर नगर निगम ने बारिश में जलभराव से रोकने के लिए मेयर एजाज ढेबर और निगमायुक्त प्रभात मलिक के निर्देश पर निगम बड़े नालों और नालियों की सफाई में जुट गया है.
सबसे पहले रामनगर क्षेत्र में पोकलेन मशीन की मदद से बड़े नाले से करीब 20 डंपर कचरा बाहर निकाला गया. निगम का कहना है कि बड़ा नाला होने की वजह से सफाई में सप्ताह भर का समय लगेगा. इसी तरह समता और चौबे कॉलोनी में भी सफाई अभियान शुरू कर दिया गया है. रेलवे कॉलोनी में मशीन से सफाई संभव नहीं है. वहां मैनुअल पद्धति से सफाई कार्य शुरू कर दिया है.
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