Chhattisgarh Mob Lynching Case: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के आरंग इलाके में कथित तौर पर भीड़ के हमले में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई. सात जून को रायपुर और महासमुंद जिले की सीमा में स्थित आरंग इलाके में मवेशियों से भरे वाहन में सवार लोगों पर कथित रूप से भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसमें दो मवेशी ट्रांसपोर्टर गुड्डू खान और चांद मिया खान की मौत हो गई थी. वही 25 साल का सद्दाम कुरैशी गंभीर रूप से घायल हो गया था. वहीं आज सद्दाम ने भी दम तोड़ दिया.


घटना के बाद सद्दाम कुरैशी को रायपुर के श्री बालाजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन सोमवार को उसे वहां से सरकारी डीकेएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में रेफर कर दिया गया जहां वह वेंटिलेटर पर था.


सद्दाम कुरैशी के चचेरे भाई शोहेब खान ने बताया कि मंगलवार को डीकेएस अस्पताल में उसकी मौत हो गई. रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कीर्तन राठौर ने भी कुरैशी की मौत की पुष्टि की और बताया कि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.


उन्होंने बताया कि पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (साझा इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. दर्ज प्राथमिकी में शिकायतकर्ता शोएब खान ने दावा किया कि चांद ने उसे फोन पर बताया था कि जब तीनों मवेशी से लदे ट्रक में महासमुंद से आरंग की ओर जा रहे थे तभी मोटरसाइकिल और अन्य वाहनों में सवार कुछ लोगों ने उनका पीछा किया.


उन्होंने बताया कि ट्रक का एक टायर फटने के बाद पीछा कर रहे लोगों ने गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी. प्राथमिकी में कहा गया कि चांद ने शोएब को बताया कि उसे और उसके दो अन्य साथियों को चोटें आई हैं और वे चल नहीं पा रहे हैं. पुलिस ने मामले की जांच और आरोपियों का पता लगाने के लिए रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राठौर के नेतृत्व में 14 सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है.


वहीं इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक शोएब ने बताया कि सद्दाम कुरैशी हेल्पर था, उसने फोन किया और फोन जेब में रख लिया. वह चिल्ला रहा था कि उसका हाथ और पैर टूट गए हैं. सद्दाम विनती कर रहा था, "भैया पानी पिला दो एक घूंट. मारो मत बस पानी पिला दो."


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