Petrol Diesel Price: छत्तीसगढ़ में पेट्रोल डीजल के दाम पर सियासत गरमा गई है. बीजेपी ने आज प्रदेशभर में चक्का जाम किया. राजधानी रायपुर में सबसे ज्यादा ट्रैफिक लोड वाले घड़ी चौक को बीजेपी ने 1 घंटे तक रोका. इस दौरान यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप्प रही. बीजेपी के इस चक्का जाम पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है. दरअसल बीजेपी ने राज्य सरकार से पेट्रोल डीजल पर वैट घटाने की मांग की है. इसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय,सांसद सुनील सोनी, वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल समेत सैकड़ों कार्यक्रताओं ने घड़ी चौक को चारों तरफ से घेर लिया.

 

छत्तसीगढ़ में पेट्रोल, डीजल हुआ सियासी

राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. इस दौरान पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को खदेड़ा और टाउनहॉल में अस्थाई जेल बनाकर प्रदेश अध्यक्ष समेत सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को बंद कर दिया. ट्रैफिक व्यवस्था के बहाल होने पर बीजेपी नेताओं को पुलिस ने रिहा कर दिया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने आरोप लगाया कि वैट में कमी के बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार ने कम नहीं किया है. इसलिए प्रदर्शन के जरिए छत्तीसगढ़ सरकार को सांकेतिक चेतावनी दी गई है. इसके बाद भी अगर सरकार वैट में कमी नहीं लाती है तो आंदोलन का रूप ज्यादा आक्रामक होगा और जनता खुद सरकार का वैट कम कर देगी. बीजेपी के विरोध पर कांग्रेस ने सवाल पूछा है कि किस नैतिकता से वैट कम करने की मांग की जा रही है.

 

बीजेपी ने 15 साल तक वैट वसूला है. कांग्रेस का कहना है कि जब 15 साल तक तत्कालीन बीजेपी सरकार थी तब भी वैट वसूला जाता था. अब बीजेपी नेता किस नैतिकता के साथ वैट कम करने की मांग का रहे हैं. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, बीजेपी का चक्का जाम चोरी ऊपर से सीना जोरी है. केंद्र सरकार लगातर पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाती रही है. जब पेट्रोल और डीजल के दाम 10 गुना बढ़ा दिए गए तब मात्र 5 और 10 रुपए की कटौती की गई. केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी को पहले वापस ले. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के शासनकाल में 15 वर्षों तक 25 फीसदी वैट वसूले जाते रहे.

 

22 नवंबर को भूपेश कैबिनेट की बैठक

अगर ये वैट वसूली गलत थी तो फिर आपने क्यों लिया. बीजेपी छत्तीसगढ़ सरकार से किस नैतिकता के आधार पर वैट कम करने की मांग कर रही है. घड़ी चौक में बीजेपी के चक्का जाम से सैकड़ों नागरिकों को जाम में फंसना पड़ा. बीजेपी नेताओं ने आम नागरिकों को घड़ी चौक से गुजरने पर रोका. इससे कुछ लोगों की ट्रेन छूट गई तो कुछ लोगों ने प्रदर्शन को निराधार बताया.  फिलहाल उम्मीद जताई जा रही है की 22 नवंबर को भूपेश कैबिनेट की बैठक में वैट घटाने का निर्णय लिया जा सकता है.