PM Modi Security Breach: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा पर देशभर में बहस जारी है. इसी बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंजाब की घटना पर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की राजनीति चमकाने के लिए ये 'षड्यंत्र' किया गया और पंजाब सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश की जा रही है. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज सीएम भूपेश बघेल ने प्रेस कान्फ्रेस कर कई सवाल उठाए.
पीएम मोदी की सुरक्षा के मुद्दे पर तकरार
सीएम ने पूछा कि पीएम आवास में कार्यक्रम बनाया गया तो सबसे पहले मौसम को क्यों नहीं देखा गया. पहले भी प्रधानमंत्री कई बार जाम में फंस चुके हैं, तब भाजपा के लोग कहते थे कि प्रधानमंत्री आम आदमी हैं. प्रधानमंत्री से पंजाब में एक दलित मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं. क्या भारत सरकार के अधिकारियों को मौसम का पहले से पता नहीं था? अगर सड़क मार्ग से लेकर जाना था तो पहले बताना चाहिए था, पंजाब सरकार व्यवस्था करती. क्या प्रधानमंत्री सिर्फ कुर्सियों को भाषण देने जा रहे थे? बघेल ने कहा कि ये पहले से तैयार की हुई स्क्रिप्ट है. इसका मकसद चुनी हुई सरकार को बदनाम करना है. सबसे पहले केंद्र सरकार बताए कि केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ क्या कार्यवाई कर रही है? SPG, IB, मौसम विभाग के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई हुई?
पंजाब सरकार के बचाव में सीएम बघेल
सीएम भूपेश बघेल की प्रेस कान्फ्रेस में कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे, प्रेम साय सिंह टेकाम मौजूद थे. इस दौरान सीएम भूपेश पंजाब सरकार के बचाव में उतरे. उन्होंने कहा कि पीएम की सुरक्षा में पंजाब पुलिस ने 20 आईपीएस और 10 हजार जवान तैनात किया. आगे उन्होंने कहा कि पंजाब की घटना राजनीतिक षड़यंत्र और पंजाब सरकार को बदनाम करने का खेल है. इसका मकसद चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करना है. सीएम बघेल ने पूछा कि मौसम खराब था तो प्रधानमंत्री की जान को खतरें में क्यों डाला गया. सीएम ने दावा किया कि मौके पर भीड़ थी ही नहीं. किसान आंदोलन से बीजेपी के खिलाफ वातावरण है. अपको बर्दाश्त नहीं हो रहा है एक दलित मुख्यमंत्री, पंजाब में पहले भी आपकी जमीन नहीं थी.
बीजेपी का पलटवार
सीएम के इस बयान पर बीजेपी नेता ब्रजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि भूपेश बघेल एक मुख्यमंत्री होकर इस पीएम की सुरक्षा के मामले में ऐसी बात कह रहे हैं, ये ओछी राजनीति है. घटिया राजनीति है. अगर झीरम घाटी में सुरक्षा की कमी थी तो जो दोषी हैं उन्हें भूपेश बघेल जेल में क्यों नहीं डाल देते हैं? बता दें कि सीएम ने ये भी कहा कि झीरम घाटी नक्सली हमले में कांग्रेस की एक पीढ़ी खत्म हो गई, उस समय राज्य में बीजेपी की सरकार थी. उस समय सुरक्षा कहां थी?