115 साल पुराने गणपति मंदिर में CM विष्णु देव साय ने चढ़ाया रत्नजड़ित स्वर्ण मुकुट, कहा- ‘छत्तीसगढ़ के हर घर में...’
Raipur News: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शनिवार को रायपुर के गोल बाजार स्थित गणपति मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे. यहां उन्होंने भगवान गणेश को रत्नजड़ित स्वर्ण मुकुट पहनाया.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शनिवार को रायपुर के गोल बाजार स्थित गणपति मंदिर पहुंचे. मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि गोल बाजार में 115 साल से गणेश पूजन हो रहा है. पहले भी हमें यहां भगवान गणेश को मुकुट पहनाने का सौभाग्य मिला है और इस बार भी हमने उन्हें रत्नजड़ित स्वर्ण मुकुट पहनाया है, पूजन किया है और भगवान गणेश से यह कामना की है कि छत्तीसगढ़ के हर घर में सुख, समृद्ध और शांति हो.
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, "गोल बाजार में 115 साल से गणेश पूजन हो रहा है... पहले भी हमें यहां भगवान गणेश को मुकुट पहनाने का सौभाग्य मिला है और इस बार भी हमने उन्हें रत्नजड़ित स्वर्ण मुकुट पहनाया है, पूजन किया है और भगवान गणेश से यह कामना की है… pic.twitter.com/ayQRPBdRUL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 14, 2024 [/tw]
वहीं सीएम विष्णु देव साय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा कि प्रदेश बीजेपी प्रभारी नितिन नबीन एवं प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के साथ राजधानी के गोल बाजार पहुंच भगवान गणपति की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया और समस्त प्रदेशवासियों के प्रगति, खुशहाली की कामना की. इस पावन अवसर पर भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को स्वर्ण मुकुट पहनाया.
गोल बाजार में गणेशोत्सव पर बीते 115 वर्षों से भगवान गणपति विराजित किए जा रहे हैं, जिसकी महिमा समूचे छत्तीसगढ़ में फैली है. इस अवसर पर प्राचीन हनुमान मंदिर में भी भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया.
करमा तिहार 2024 कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे सीएम साय
इससे पहले सीएम विष्णु देव साय शनिवार को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित प्रकृति पर्व भादो एकादशी व्रत, करमा तिहार 2024 में सम्मिलित हुए. यहां अराध्य देव और करमी वृक्ष की डाल की पूजा-अर्चना कर मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि यह लोक पर्व प्रकृति के प्रति लोगों के प्रेम को दर्शाता है और प्रकृति की रक्षा का संकल्प लिया जाता है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों के साथ मांदर की थाप पर करमा नृत्य किया.
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