Raipur Vishakhapatnam Expressway: छत्तीसगढ़ में 30 लाख साल पुराने इस पहाड़ को काटकर बनेगा प्रदेश का सबसे लंबा टनल, सर्वे का काम जारी
Hills of Keshkal Ghat: भारतमाला एक्सप्रेसवे के बन जाने से यहां पर किसी भी चीज का ट्रांसपोर्टेशन आसान हो जाएगा. इसका प्रमुख कारण यह है कि बड़े और भारी वाहनों को घाट पर चढ़ने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी.
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Bastar News: केंद्र सरकार की योजना छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम (Vishakhapattanam) तक सड़क मार्ग से जोड़ने वाली भारत माला एक्सप्रेसवे (Expressway) का काम शुरू गया है. लगभग 465 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. खास बात यह है कि इस सड़क मार्ग में बीच में केशकाल घाट (Keshkal Ghat) में लगभग 30 लाख साल पुराना पहाड़ है, जिसे काटकर टनल बनाया जाएगा. यह राज्य का सबसे लंबा टनल होगा.
पहाड़ की परख कर रही एक्सपर्ट टीम
पुराने पहाड़ की मजबूती की परख करने के लिए एक्सपर्ट टीम ने सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि आने वाले तीन से चार साल में इस एक्सप्रेसवे सड़क मार्ग के काम को पूरा कर लिया जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से विशाखापट्टनम से रायपुर तक सरपट वाहन दौड़ने लगेंगे. इससे समय की बचत के साथ बस्तरवासियों को दोहरा लाभ मिलेगा.
केशकाल घाट के सर्वे का काम जारी
एनएच विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक केशकाल घाट में भारतमाला परियोजना का काम आने वाले मार्च महीने से शुरू किया जाएगा. लगभग 30 लाख साल पुराने केशकाल घाट की पहाड़ियों को काटकर ढाई किलोमीटर लंबी चार लेन की सुरंग बनाई जाएगी. यह राज्य की पहली सड़क होगी, जिसमें इतनी लंबी सुरंग होगी.
मार्च से शुरू हो जाएगा काम
एनएच विभाग के अफसर ठेका कंपनी के लोगों के साथ यह पता लगाने के लिए सर्वे कर रहे है की टनल तैयार करने के लिए जब पहाड़ को काटा जाएगा तो मिट्टी पत्थर इस सड़क में धसेंगे तो नहीं. सर्वे पूरा हो जाने के बाद यह रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी जाएगी. इसके बाद एनएचआई से मंजूरी मिलते ही मार्च महीने से इसका काम शुरू हो जाएगा. विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक केशकाल घाट के बासरवाही और गोविंदपुर के बीच यह टनल बनाई जाएगी. ओडिशा से होते हुए यह सड़क आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम तक पहुंचेगी.
बस्तर वासियों को मिलेगा दोहरा लाभ
केशकाल घाट से रायपुर के अभनपुर तक का सफर भारतमाला परियोजना की सड़क से बस्तर के लोग पूरा कर पाएंगे. इसी तरह उड़ीसा के उमरकोट से आ रही सड़क बस्तर के लोगों के लिए उड़ीसा के बोरीगुमा के आसपास उपलब्ध रहेगी, जिससे बस्तर के लोग विशाखापट्टनम तक का सफर इस भारत माला एक्सप्रेसवे के जरिये पूरा कर पाएंगे. वर्तमान में बस्तर वासियों को रायपुर तक जाने के लिए केशकाल घाट के 12 सर्पीले मोड़ को पार करना पड़ता है. यहां आए दिन सड़क जाम लगने की समस्या रहती है और हादसे भी होते रहते हैं. इससे लोगों को निजात मिलेगी.
आसान हो जाएगा ट्रांसपोर्टेशन
भारतमाला एक्सप्रेसवे के बन जाने से यहां पर किसी भी चीज का ट्रांसपोर्टेशन आसान हो जाएगा. इसका प्रमुख कारण यह है कि बड़े और भारी वाहनों को घाट पर चढ़ने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी. फिलहाल इस भारतमाला परियोजना से ओडिशा और छत्तीसगढ़ वासियों को खासकर बस्तर वासियों को काफी फायदा पहुंचेगा.
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