Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) में बिजली संकट समाप्त हुआ है. लंबे समय से चल रहे कोयल विवाद अब सुलझ गया है. छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने राजस्थान के बिजली प्लांट के लिए कोयला खनन की अनुमति दे दी है. शुक्रवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने रायपुर (Raipur) में सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) से मिलकर कोयला खनन की अनुमति के लिए मांग की थी. दरअसल छत्तीसगढ़ शासन ने राजथान सरकार को परसा ईस्ट-केते बासेन कोयला खदान के दूसरे चरण के तहत 1136 हेक्टेयर क्षेत्र में खनन की अनुमति दे दी है.

 

विभागीय अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार 2 फरवरी 2022 को भारत सरकार के पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की तरफ से सरगुजा जिले के परसा ईस्ट-केते बासेन से कोयला खनन के लिए अनुमति दी गई है. 26 मार्च को छत्तीसगढ़ शासन ने जिला कलेक्टर और जिला वनमंडलाधिकारी को केंद्र के अनुमति के अनुसार आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश दे दिया है.  इसके बाद अब जिला कलेक्टर और जिला वनमंडलाधिकारी शर्तों का पालन सुनिश्चित किए जाने पर ही खनन प्रारंभ करने के संबंध में अंतिम फैसला लेंगे.

 

राजस्थान में हो सकता था ब्लैक आउट

 

छत्तीसगढ़ शासन के अनुमति से राजस्थान सरकार को बड़ी राहत मिली है. शुक्रवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और राजस्थान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी रायपुर पहुंचे थे. सीएम भूपेश बघेल और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी. इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा था कि छत्तीसगढ़ शासन से अनुमति नहीं मिलने पर राजस्थान में ब्लैक आउट हो जाएगा. 4500 मेगा वॉट के पॉवर प्लांट बंद होने की स्थति में है. वहीं अब सरकार ने कोयला खनन की अनुमति दे दी है तो राजस्थान में बिजली संकट समाप्त हो गया है.

 


 

छत्तीसगढ़ सरकार से अनुमति मिलते ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. गहलोत ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ सरकार के वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने तत्काल प्रभाव से निर्णय लेते हुए परसा ईस्ट-केते बासन कोल ब्लॉक के दूसरे चरण में कोयला उत्खनन के लिए अनुमति प्रदान कर दी है. 

 

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