Chhattisgarh BJP Rajya Sabha Candidate: हालिया दिनों में राज्यसभा में कई सदस्यों के कार्यकाल समाप्त हो गया है. इन सीटों को भरने के लिए बीजेपी ने प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया है. इसमें बिहार के लिए दो प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगाई है. इसी तरह बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, हरियाणा के लिए एक और उत्तर प्रदेश के सात सीटों के लिए राज्यसभा के प्रत्याशियों के नामों एलान किया है. 


बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के लिए राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की पांच सीटें हैं, जिनमें से एक सीट खाली हो गई है. राज्यसभा सांसद सरोज पांडे का कार्यकाल पूरा हो गया है. उनकी जगह पर बीजेपी ने गोंड आदिवासी राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या के मुताबिक उनका राज्यसभा जाना तय है. वर्तमान में प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटों में से चार पर कांग्रेस के सदस्य हैं. 


कौन हैं राजा देवेंद्र प्रताप सिंह?
बीजेपी के द्वारा राजा देवेंद्र प्रताप सिंह राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सियासी गलियारों में उनके नाम की चर्चा तेज हो गई है. मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, राजा देवेंद्र प्रताप सिंह वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं. वह लैलूंगा के गोंड आदिवासी राजा हैं. उनके पिता सुरेंद्र कुमार सिंह अविभाजित मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक थे. सुरेंद्र कुमार सिंह 1962 से 1967 और 1972 से 1990 तक लैलूंगा विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रहे. बाद में वह 1996 से 2002 तक राज्यसभा सदस्य रहे हैं. 


वहीं अब राजा देवेंद्र प्रताप सिंह भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं. उनका राज्यासभा सदस्य चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है. हालांकि देवेंद्र प्रताप सिंह ने अपने पिता के उलट करीब बीस साल पहले कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन्होंने बीजेपी पदाधिकारी के रुप में कई अहम पदों पर कार्य किया. साल 2005 से 2006 तक वह छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री रहे. इसी तहर साल 2011 में अनुसूचित जनजाति मोर्चा का सदस्य नियुक्त किया. वह वर्तमान में लैलूंगा जिला पंचायत सदस्तय के साथ रेलवे हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं. 


आदिवासी वोटर्स को साधने का प्लान
छत्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को राज्यसभा भेजने के पीछे बीजेपी की आदिवासी वोटों पर पकड़ मजबूत बनाने के रूप में देखा जा रहा है. छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज की आबादी लगभग 78 लाख से अधिक यानी लगभग 30 फीसदी है. यही वजह है कि इसे ट्राइबेल स्टेट भी कहा जाता है. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को राज्यसभा भेज कर बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व आदिवासी वोटर्स को साधने में लगा हैं. इसका बीजेपी को प्रदेश की सभी 11 लोकसभा सीटों फायदा भी मिलेगा.


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