Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री राजेश मूणत (Rajesh Munat) का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें पूर्व मंत्री हाथ जोड़कर रोते हुए दिखाई दे रहे हैं. लगातार मिन्नते कर रहे हैं कि साहब मेरी एफआईआर दर्ज कर लो. मेरी जमीन पर कब्जा कर लिया है. सट्टा लिख रहे हैं. उसे बंद कर दो साहब और मेरी चोरी की रिपोर्ट लिख दो.
आखिर पूर्व मंत्री और रमन सिंह के कार्यकाल में बड़ा बीजेपी (BJP) के ताकतवर नेता इस कदर रोने क्यों लगे. इसको लेकर सोशल मीडिया में चर्चा हो रही है. दरअसल, ये वीडियो 17 अप्रैल का है. जब बीजेपी के तमाम दिग्गज नेताओं ने रायपुर के सिविल लाइन थाने का घेराव किया था. इस दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ थाने पहुंचे. जब पुलिस ने उन्हें रोका तो वो थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए और रोते हुए पुलिसकर्मियों को मिन्नते करने लगे.
सिविल लाइन थाने का किया था घेराव
राजेश मूणत का रोते वीडियो कांग्रेस सरकार पर राजनीतिक तंज है. उन्होंने नाटकीय ढंग से कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि इस सरकार में लोग थानों में रिपोर्ट लिखाने आते हैं, लेकिन पुलिस रिपोर्ट नहीं लिखती. वहीं 17 अप्रैल को बीजेपी नेताओं ने सिविल लाइन थाने में कांग्रेस भवन का पोस्टर चिपका दिया था. इसको लेकर जमकर बवाल हुआ. बीजेपी ने कई कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपत्ति जनक कॉमेंट करने का आरोप लगाया है. इसे हेट स्पीच के दायरे में लेकर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है.
बिरनपुर मामले से शुरू हुआ है विवाद
गौरतलब है कि इस विवाद की जड़ बिरनपुर से जुड़ी है. 8 अप्रैल को हुई दो समुदायों की झड़प पर बीजेपी ने 10 अप्रैल को बंद का समर्थन किया था. यही नहीं पार्टी ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. इस दौरान बिरनपुर मामले पर बीजेपी नेताओं ने कई बयान दिए थे. इसको हेट स्पीच के दायरे में लेकर पुलिस ने बीजेपी नेताओं को नोटिस भेजा है. इसपर छत्तीसगढ़ में जमकर सियासत चल रही है. वहीं कांग्रेस ने इस कार्रवाई को सही बताया है.