Rajnandgaon News: राजनांदगांव के खुज्जी विधानसभा से कांग्रेस विधायक छन्नी साहू (Channi Sahu) घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बिना सुरक्षा गार्ड के ही स्कूटी से दौरा कर रही हैं. आखिर अपनी ही सरकार में कांग्रेस विधायक बिना सुरक्षा के घोर नक्सली प्रभावित क्षेत्र का दौरा क्यों कर रही हैं.


पति पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज होने से थीं नाराज


गौरतलब है कि अपने पति चंदू साहू पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज होने से नाराज खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने एसपी के समक्ष अपनी सुरक्षा लौटा दी थी और पति को भी पुलिस के हवाले कर दिया था. पुलिस ने पति चंदू साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं सुरक्षा लौटाने के बाद विधायक छन्नी अपने क्षेत्र में स्कूटी से दौरा कर रहीं हैं. बिना सुरक्षा व्यवस्था के नक्सल प्रभावित क्षेत्र जिसमें मुख्य रुप से महाराष्ट्र की सीमा से लगे गांव जोब, पण्डारापानी, विचारपुर जो नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. धने जंगल के बीच से मोपेड पर चलना एक बड़ा खतरा हो सकता है. बावजूद इसके छन्नी इन इलाको में दौरा कर रहीं हैं.


इस इलाकों में नक्सलियों ने कई बड़ी वारदात को अंजाम दिया है


बता दें कि जिन इलाकों में कांग्रेस विधायक छन्नी साहू दौरा कर रहीं हैं उन इलाकों में नक्सलियों द्वारा कई बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है. यह इलाका छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बॉर्डर में है. जहां पर अक्सर नक्सलियों की मौजूदगी रहती है. इन इलाकों में हाल ही में पुलिस और नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ भी हुई थी. जिसमें 26 नक्सली मारे भी गए थे. उसके बाद भी इन इलाकों में कांग्रेस विधायक का बिना सुरक्षा के ही स्कूटी पर दौरा करना किसी खतरे से कम नहीं है.


राजनांदगांव एसपी ने कही ये बात


राजनांदगांव एसपी संतोष सिंह का कहना है कि बिना बताए अगर पुलिस को कोई विधायक दौरे पर जाता है तो उस पर हम क्या कर सकते हैं. फिर भी हमने अपनी तरफ से सुरक्षा भेजा है. पुलिस का कर्तव्य है नक्सल प्रभावित क्षेत्र के वीवीआईपी को सुरक्षा देना.


पुलिस की सुरक्षा में असुरक्षित रहने का आरोप


वहीं इस पूरे दौरे को लेकर एबीपी न्यूज़ ने कांग्रेस विधायक छन्नी साहू से बात की तो उनका कहना है कि हम पुलिस की सुरक्षा में ही सुरक्षित नहीं है तो उनकी सुरक्षा लेने से क्या फायदा. उनका कहना है कि जब मैं दौरे पर गई थी तो उस समय स्थानीय थाना से भी कोई पुलिसकर्मी नहीं था. जिस क्षेत्र में वह दौरा करने गईं थीं वह पूरी तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. हालांकि राजनांदगांव एसपी संतोष सिंह का कहना है कि हमने उनके दौरा क्षेत्र के थाना को सूचित किया था और सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात कही थी. लेकिन छन्नी साहू ने बताया कि उनके दौरे में किसी तरह के पुलिसकर्मी नहीं थे.


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