Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले में मंगलवार को कलेक्टर के 'जनदर्शन' में हाई स्कूल के स्टूडेंट्स भी पहुंचे. इस दौरान बच्चों ने स्कूल में शिक्षक की कमी का मुद्दा उठाया. कलेक्टर ने उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी (DEO)के पास भेज दिया. बच्चों का आरोप है कि डीईओ ने ज्ञापन देखने के बाद उनके साथ दुर्व्यवहार किया और जेल भेजने की धमकी दी. वहीं.  स्कूली बच्चों ने  रो-रो कर  मीडिया से अपनी आपबीती बताई. स्कूली बच्चों के साथ पालक भी पहुंचे थे. उन्होंने भी बच्चों के साथ डीईओ द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया.


ज्ञापन में स्कूली बच्चों ने तीन दिन के अंदर शिक्षक व्यवस्था नहीं करने पर स्कूल में धरना प्रदर्शन और स्कूल में ताला जड़ने की बात लिखी है. जिला प्रशासन ने दो दिन के अंदर शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है.

एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार स्कूली बच्चों की पढ़ाई को लेकर कई योजना संचालित कर रही है और करोड़ों खर्च कर रही है लेकिन अभी भी कई स्कूल हैं जहां शिक्षकों की कमी देखने को मिल रही है. ऐसा ही मामला जिले के डोंगरगढ़ विकाखंड के आलिवारा स्कूल से आई है जहां 11वीं और 12वीं के विज्ञान और कला संकाय के लिए टीचर की नियुक्ति नहीं की गई है.




आरती साहू नाम की छात्रा ने बताया कि कैसे उनके साथ दुर्व्यवहार किया. वहीं पालक ने बताया कि पिछले दो साल से कई विषय के शिक्षक नहीं हैं. कलेक्टर ने दो दिन के अंदर शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है लेकिन डीईओ से मिलने गए थे और डीईओ ने बच्चों के साथ गलत तरीके से बात की. तभी बच्चे रो रहे हैं. स्कूली बच्चों ने आवेदन में लिखा है कि अगर तीन दिन के अंदर शिक्षक की व्यवस्था नहीं होगी तो स्कूल में धरना प्रदर्शन करेंगे और ताला लगा देंगे, इसी आवेदन को लेकर डीईओ कहा कि ''ऐसा आवेदन किसने लिखवाया है. तुम लोग जेल के अंदर हो जाओगे.''


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