Rajnandgaon News: राजनांदगांव जिला के पाड़ादाह इलाके में रहने वाले एक स्कूली छात्र की मौत से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि छात्र ने एक दिन पहले ही स्कूल में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया था. हालांकि स्वास्थ्य विभाग छात्र की मौत अन्य दिक्कतों के कारण होने का दावा कर रहा है. उसने मौत को वैक्सीनेशन से खारिज किया है. 17 वर्षीय छात्र लवकुमार साहू पांडादाह हाईस्कूल में पढ़ता था. बेन्द्रीडीह निवासी लवकुमार साहू की 5 जनवरी को राजनांदगांव जिला अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि 3 जनवरी को मृतक छात्र ने पाड़ादाह हाईस्कूल में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया था और उस समय उसकी हालत सामान्य थी.


कोविड वैक्सीन का पहला डोज लेने के दूसरे दिन मौत


बताया जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने के अगले दिन ही छात्र को उल्टी और बुखार की शिकायत आने लगी. जिसके बाद परिजनों ने छात्र को पाड़ादाह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया. लेकिन छात्र का ऑक्सीजन लेवल लगातार कम होने पर तत्काल प्राथमिक इलाज के बाद खैरागढ़ सिविल अस्पताल में छात्र का इलाज शुरू किया गया. खैरागढ़ सिविल अस्पताल में छात्र की हालत नहीं सुधरी. चिंताजनक स्थिति को देखते हुए छात्र को राजनांदगांव जिला अस्पताल रेफर किया गया. इस दौरान जब छात्र को राजनांदगांव जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में ही दम टूट गया. 


स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन से मौत को किया खारिज


बुधवार को छात्र का पोस्टमार्टम राजनांदगांव और खैरागढ़ मेडिकल स्टाफ टीम के डॉक्टरों ने एक साथ किया. प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया है कि छात्र की मौत वैक्सीन लगाने से नहीं हुई है बल्कि श्वास नली में कुछ फंसने जैसी स्थिति सामने आई है. उसकी वजह से छात्र को सांस लेने में तकलीफ, उल्टी सहित अन्य परेशानियां भी हो रही थीं.


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