Raksha Bandhan 2024: भाई-बहन के अटूट रिश्तों का पर्व रक्षाबंधन पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. बहन रक्षा सूत्र बांधकर भाई के लिए लंबी उम्र की कामना कर रही हैं. छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा में रक्षाबंधन का पर्व अनोखे तरीके से मनाया जाता है. बहन शहीद जवानों की प्रतिमाओं को राखी बांधती है. भाइयों की प्रतिमाओं के पास पहुंचकर बहन की आंखें नम हो जाती हैं. बता दें कि 19 जुलाई 2007 को सुकमा नक्सली हमले में 24 जवानों की शहादत हो गयी थी.


शहीद जवानों में एर्राबोर के रहने वाले तीन सगे भाई स्पेशल पुलिस ऑफिसर भी थे. तीन भाइयों की एकलौती बहन संकुरी ने बताया कि नक्सली घटनाओं में परिवार के 7 लोगों को खो दिया. शहीद जवानों में चार चचेरे भाई थे. उसने बताया कि आज से 15 साल पहले सातों भाइयों को उत्साहपूर्वक एक साथ राखी बांधी थी. अब हर साल रक्षाबंधन के दिन संकुरी शहीद 7 भाइयों की प्रतिमाओं पर नम आंखों से राखी बांधती है. संकुरी कहती है कि शहीद भाई आज भी दिलों में जिंदा हैं.




शहीद भाइयों की बहन ऐसे मनाती है रक्षाबंधन का पर्व


राखी बांधकर बहन भाइयों के लिए प्रार्थना करती है. सलवा जुडूम आंदोलन के बाद से संकुरी ने अलग-अलग नक्सली घटनाओं में सात भाइयों को खो दिया है. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक एर्राबोर में 10 शहीद जवानों की प्रतिमाएं बनाई गई हैं. उन्होंने नक्सलियों के साथ लड़ाई में प्राणों की आहुति दे दी. हर साल रक्षाबंधन पर पुलिस भाइयों की प्रतिमाओं पर बहन राखी बांधने पहुंचती है. बहन 15 अगस्त और 26 जनवरी के मौके पर भी शहीद भाइयों को याद करना नहीं भूलती है. स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस पर बहन शहीद भाइयों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करती है. 


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