Raipur News: छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. राज्य में अब रैली कोसा भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी. इसके लिए समर्थन मूल्य भी तय कर दी गई है. अनुमान है कि हर साल 8 से 10 करोड़ रुपए का कोसा उत्पादन होता है. बस्तर में रहने वाली वनवासियों को इससे मुनाफा होगा. इसके साथ ही सैकड़ों हितग्राहियों को रेशमा धागाकरण के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा.


समर्थन मूल्य पर होगी रैली कोसा की खरीद
दरअसल, मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार बस्तर संभाग में रेशम पालन तथा कोसा उत्पादन करने वाले आदिवासी-वनवासी कृषकों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. अब छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा रैली कोसा का खरीदी समर्थन मूल्य पर किया जाएगा. आपको बता दें कि बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर में रेशम मिशन प्रारंभ करने की घोषणा की थी. इसके लिए मंगलवार को लघु वनोपज संघ ने आदेश जारी कर दिया है.


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कोसा के दाम निर्धारित
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ ने बस्तर संभाग में कोसा का समर्थन मूल्य पर कलेक्शन के लिए खरीदी दर निर्धारित कर दिया गया है. इसके तहत रैली कोसा साबुत ग्रेड-1 में प्रति नग शेल भार 2.5 ग्राम के लिए 4.20 रूपए, ग्रेड-2 में प्रति नग शेल भार 2-2.49 ग्राम के लिए 3.60 रूपए तथा ग्रेड-3 में प्रति नग शेल भार 1.4-1.99 ग्राम के लिए 2.80 रूपए और रैली कोसा-पोली ग्रेड-1 में प्रति नग शेल भार 2.5 ग्राम के लिए 1.50 रूपए, ग्रेड-2 में प्रति नग शेल भार 2-2.49 ग्राम के लिए 1.25 रूपए तथा ग्रेड-3 में प्रति नगर शेल भार 1.4-1.99 ग्राम 0.70 रूपए निर्धारित है.


रैली कोसा के लिया हुआ एमओयू
रैली कोसा की समर्थन मूल्य पर खरीदी के बाद प्रसंस्करण यूनिट भी लगाए जाएंगे. इसके लिए वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि रैली कोसा के उत्पादन और प्रसंस्करण का दोहरा लाभ स्थानीय निवासियों को मिलेगा. वहीं राज्य लघु वनोपज संघ प्रबंध संचालक संजय शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में रैली कोसा के स्थानीय प्रसंस्करण को बढ़ाते हुए स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाने के लिए भी निर्देशित किया गया है. इसके तहत राज्य लघु वनोपज संघ और रेशम संचालनालय के बीच एम.ओ.यू. हुआ है. इसके अनुसार लघु वनोपज संघ द्वारा क्रय किया गया कोकून रेशम विभाग को प्रदान किया जाएगा.


इन जिलों में होता कोसा उत्पादन
रेशमा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बस्तर संभाग में 740 हितग्राहियों का चयन करके उन्हें रेशम धागाकरण का प्रशिक्षण देना भी प्रारंभ कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में 8 से 10 करोड़ रैली कोसा-कोकून का उत्पादन होता है. रैली कोसा कलेक्शन कार्य मुख्य रूप से 07 जिला यूनियन जगदलपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोण्डागांव, केशकाल, नाराणपुर तथा कांकेर में होता है.


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