Chhattisgarh: धान की MSP पर छत्तीसगढ़ में सियासत, रमन सिंह ने केंद्र के फैसले की तारीफ की, CM बघेल ने कही ये बात
Chhattisgarh: धान की MSP बढ़ने पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. रमन सिंह कह रहे है केंद्र राज्य के किसानों को 23 हजार करोड़ रुपये दे रही है. वहीं दूसरी तरफ सीएम बघेल ने इसे नाकाफी बताया है.
Chhattisgarh politics: केंद्र सरकार ने धान के साथ कई फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ा दिया है. इस साल धान खरीदी पर देश भर के किसानों को प्रति क्विंटल 2100 से 2200 रूपये मिलेंगे. केंद्र सरकार ने नए वित्तीय वर्ष में धान की खरीद पर 143 रुपए बढ़ाए हैं. वहीं इस पर अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सियासत भी शुरू हो गई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह (Raman Singh) किसानों को राज्य और केंद्र सरकार से मिलने वाले पैसे का अंतर बता रहे हैं.
दरअसल, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने गुरुवार को एक बयान जारी किया. इसमें उन्होंने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा "अन्नदाताओं के हित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की सरकार ने खरीफ फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों की समृद्धि और सशक्तिकरण के रास्ते को सुनिश्चित किया है. अब छत्तीसगढ़ के किसानों को हर साल केंद्र से 23 हजार करोड़ का समर्थन मूल्य (107 लाख मीट्रिक टन के हिसाब से) प्राप्त होगा. वहीं भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की सरकार से किसानों को केवल 3300 करोड़ मिलेंगे." इसके साथ रमन सिंह ने ये भी कहा है कि इस निर्णय के बाद 2014-15 में जो धान का समर्थन मूल्य 1360 था. अब वो बढ़कर 2183 रुपये हो गया है.
CM भूपेश बघेल बोले- '300 रुपये बढ़ना चाहिए था'
वहीं केंद्र सरकार की तरफ जारी एमएसपी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाकाफी बताया है. उन्होंने गुरुवार को रायपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा "हम लोग उम्मीद कर रह थे कि, चुनावी साल है. इसमें कुछ बेहतर होगा. पिछले चुनाव के समय 200 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई थी. इस बार देश भर के किसान आंदोलनरत हैं, लेकिन फिर भी 143 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. हमें लगा था धान पर 300 रुपये एमएसपी बढ़ेगा. पांच साल में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के साथ कृषि यंत्रों की कीमत भी बढ़ी, लेकिन इसके बाद भी एमएसपी नहीं बढ़ाया गया. केंद्र सरकार किसान विरोधी है."
इन फसलों की एमएसपी बढ़ाया गया
गौरतलब है कि, केंद्र की तरफ से बढ़ाए गए एमएसपी के बाद मूंग दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 10.4, मूंगफली पर नौ, सेसमम पर 10.3, धान पर सात, जवार, बाजरा, रागी, मेज, अरहर दाल, उड़द दाल, सोयाबीन और सूरजमुखी बीज पर वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए लगभग 6-7 फीसदी की वृद्धि की गई है. इसके साथ ही उड़द दाल की एमएसपी को 350 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6 हजार 950 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.
वहीं, मक्के की एमएसपी पर 128 और मूंग की एमएसपी में सर्वाधिक 803 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. इसके बाद इसके मूंग की कीमत 8 हजार 558 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है.