Chhattisgarh Rape Politics: छत्तीसगढ़( Chhattisgarh) के सुकमा जिला (Sukma District) में आदिवासी छात्रावास(Tribal Hostel) में पहली कक्षा की 6 साल की मासूम के साथ कथित दुष्कर्म( Alleged Rape) का मामला अब छत्तीसगढ़ में राजनीतिक( Politics) रूप ले लिया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव(State BJP President Arun Sao) ने इस घटना के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार( Congress government) को घेरते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है. छत्तीसगढ़ में बेटियां सुरक्षित नहीं है. इस मामले के उजागर के बाद जिला प्रशासन ने छात्रावास अधीक्षका और सहायक अधीक्षका निलंबित कर दिया गया है. वह इस मामले में आरोपी अब भी फरार है.

 

कन्यावास में पहली कक्षा की 6 साल की छात्रा के साथ हुआ कथित दुष्कर्म 
दरअसल प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा के विधानसभा क्षेत्र में एक शासकीय कन्या आवासीय विद्यालय में पहली कक्षा की 6 साल की नाबालिग छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था. इस घटना के 3 दिन बीत गए हैं लेकिन आरोपी अब भी फरार है. दरअसल सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक के एर्राबोर में  स्थित शासकीय कन्या आवासीय विद्यालय में अध्यनरत छात्रा के साथ अज्ञात आरोपी ने कथित दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसके बाद छात्रावास की सुरक्षा पर परिजनों ने सवाल उठाया था. हालांकि इस मामले में प्रशासन ने छात्रावास की अधीक्षिका और सहायक अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है. 

 

मंत्री कवासी लखमा के कहा नही बख्शा जाएगा आरोपी
इस घटना के सामने आने के बाद प्रदेश के आबकारी मंत्री और इस क्षेत्र से विधायक कवासी लखमा ने इस मामले में कहा था कि छात्रावास में घुसकर छात्रा के साथ दुष्कर्म करना बेहद ही गंभीर मामला है. इस मामले में बिल्कुल भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा था कि इस मामले में जिले के एसपी औऱ कलेक्टर से उन्होंने बात की है और जल्द आरोपी का पता लगाकर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं.

 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा प्रदेश में बेटियाँ सुरक्षित नही
अब इस घटना के बाद अब छत्तीसगढ़ में राजनीति होने लगी है विपक्ष पर बैठी भाजपा के नेता कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. सुकमा में 6 वर्षीय आदिवासी छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का अब बड़ा बयान आया है. अरुण साव ने अपने बयान में कहा कि आज ये बताता है कि 6 साल की मासूम बच्ची के साथ अत्त्याचार लगातार इस प्रकार की घटना छत्तीसगढ़ में हो रही. छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था के क्या हालात है ये बताता है. राजधानी सुरक्षित नही, न्यायधानी सुरक्षित नही, ऐसी हमारी नन्ही छोटी बेटियां सुरक्षित नही, ये बताता है कि प्रदेश में किस प्रकार से कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट है. राज्य में अपराधी और अपराधियों के हौसले बढ़े है ये बताता है.   

 

जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल एर्राबोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कन्या आवासीय विद्यालय में अध्यनरत पहली कक्षा की 6 साल की छात्रा के साथ शनिवार रात अज्ञात आरोपी के द्वारा कथित दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था. कन्या आश्रम की अधीक्षिका की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत और पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. साथ ही पीड़िता का मेडिकल मुलायजा भी कराया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के एडिशनल एसपी गौरव मंडल की नेतृत्व में डीएसपी पारुल खंडेलवाल सहित 8 सदस्य समिति गठित की गई है. और मामले की जाँच की जा रही है. 

 

सर्व आदिवासी समाज ने किया यह माँग
सर्व आदिवासी समाज ने कन्या छात्रावास के सुरक्षा पर भी सवाल उठाया है परिजनों ने कहा कि कन्या छात्रावास में जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों से  छात्राओं को पढ़ाने के लिए यहां भेजा जाता है. लेकिन सुरक्षा के दावों के बीच कन्या आश्रम में किसी अज्ञात व्यक्ति का प्रवेश करना और छात्रा से दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम देना कन्या आवासीय विद्यालय के स्टाफ की लापरवाही को दर्शाता है. इसलिए परिजनों ने कन्या आश्रम की अधीक्षिका और सहायक अधीक्षिका पर इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.