Who is Ravindra Chaubey: छत्तीसगढ़ सरकार के कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था और उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बृहस्पतिवार को राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का प्रभार देने की घोषणा की है. इस महीने की 16 तारीख को मंत्री टीएस सिंह देव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि सिंह देव अन्य चार विभागों के मंत्री बने रहेंगे.
सीएम बघेल ने गुरुवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग की जवाबदेही कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को सौंपने की घोषणा की. इस नई जिम्मेदारी के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविंद्र चौबे अब संसदीय कार्य, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री होंगे.
जानें कौन हैं रविंद्र चौबे
रविंद्र चौबे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जो राज्य के गठन से पहले राजनीति में सक्रिय हैं. जब छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा था तब से लेकर आज तक रविंद्र चौबे ने कई बार राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. रविंद्र चौबे वकील बनना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने कानून की पढ़ाई भी पूरी की. हालांकि समाज के लिए कुछ करने की चाहत ने उन्हें राजनीति में खींच लिया और छात्र जीवन में ही वे राजनीति से जुड़ गए. रविंद्रे चौबे अपने 44 साल के लंबे राजनीतिक जीवन में गवर्नमेंट आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज दुर्ग में छात्र संघ अध्यक्ष के पद से लेकर राज्य सरकार में मंत्री पद तक कार्य कर चुके हैं. वर्तमान में चौबे संसदीय कार्य मंत्री होने के अलावा, कानून और विधायी मामलों, कृषि विकास, किसान कल्याण, और जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मत्स्य पालन, जल संसाधन और आयात मंत्रालय का प्रभार भी संभाल रहे हैं.
रविंद्र चौबे का जन्म 28 मई 1957 को को ब्राम्हण परिवार में स्व. देवीप्रसाद चौबे के यहां बेमतारा जिला में हुआ था. रविंद्रे चौबे शुरुवात से ही मेधावी छात्र रहे हैं और साल 1977 में यह शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे. इनके राजनीति करियर की शुरूआत यहीं से हुई थी. इसके बाद यह 1979-80 तक एनएसयूआई दुर्ग जिला अध्यक्ष भी रहे. फिर साल 1980-90 तक यह रविशंकर विश्वविद्यालय छात्र संघ रायपुर के अध्यक्ष रहे. साल 1982 में युवा कांग्रेस दुर्ग में रविंद्रे चौबे ने महामन्त्री और अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई.
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इसके बाद साल 1982-84 तक यह जिला सहकारी उपभोक्ता मंच दुर्ग के अध्यक्ष भी रहे. साल 1983-84 में रविंद्र चौबे मध्य प्रदेश में राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक भोपाल में निदेशक के पद पर रहे. फिर यह ग्राम पंचायत-मोहगाँव के सरपंच और जनपद पंचायत सज्ज के अध्यक्ष भी रहे. साल 1984-85 तक उपाध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग और फिर वह 1990,1993,1998,2003 में पहली बार मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए और 2008 में छठी बार छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य चुने गए. रविंद्रे चौबे इस समय राज्य के बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, वह 2009 से 2013 के दौरान नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं.