छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में धर्मांतरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मुद्दे पर लगातार बीजेपी- कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है. इसी कड़ी में रविवार को भी नारायणपुर के पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. केदार कश्यप ने कहा कि बाहरी मिशनरी लोग पूरे छत्तीसगढ़ को ईसाई राज्य बनाने पर तुले हुए हैं. इसका जीता जाता उदाहरण है कि बस्तर में 10% आदिवासियों ने ईसाई धर्म को अपना लिया है और उसके बावजूद भी राज्य सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं है.


बस्तर में लाखों लोगों के धर्मांतरण का किया दावा


केदार कश्यप ने मांग की है कि जिन लोगों ने धर्मांतरण किया है और जो घर वापसी नहीं कर रहे हैं. उन्हें अल्पसंख्यक माना जाए. केदार कश्यप ने यह भी कहा कि धर्मांतरण की आग में बस्तर जल रहा है. सरकार के आंकड़ों में सैकड़ों लोग धर्मांतरण किए होंगे, लेकिन जमीनी स्तर पर आंकड़ों को खंगाला जाए तो लाखों लोगों का धर्मांतरण हो चुका है.


उन्होंने कहा कि बस्तर के कमिश्नर और सुकमा के एसपी ने भी पत्र लिखकर बस्तर की वस्तु स्थिति से सरकार को अवगत कराने का कार्य किया है. साथ ही भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने भी महामहिम  राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर इस मामले को प्रकाश में लाने की कोशिश की है. बावजूद इसके सरकार बस्तर में धर्मांतरण रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है.


निर्दोष आदिवासियों को गिरफ्तार कर रही है पुलिस


भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने यह भी कहा कि जिस तरह से नारायणपुर में घटना हुई है. इसमें मिशनरी लोग मूल धर्म के आदिवासियों को घर से निकाल कर मार रहे हैं और उनको प्रलोभन देकर और जबरदस्ती धर्मांतरण करवा रहे हैं.


उन्होंने आरोप लगाया कि मिशनरी के लोगों के बहकावे में आकर धर्मांतरण करने वाले स्थानीय लोगों ने नारायणपुर के गोर्रा गांव में मूल धर्म के आदिवासियों को बुरी तरह से पीटा. यहां तक कि थाना प्रभारी को भी नहीं छोड़ा और उनकी भी पिटाई कर दी. खास बात यह है कि इस संबंध में 14 पास्टर के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन सरकार के दबाव में उन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है.


 कश्यप का दावा, असामाजिक तत्वों ने की चर्च में तोड़फोड़ 


 इसी के विरोध में 2 जनवरी को नारायणपुर में आदिवासी समाज के लोगों ने रैली का आयोजन किया था. केदार कश्यप का कहना है कि इस रैली में कुछ असामाजिक तत्व भी घुस आए थे, जिन्होंने चर्च में तोड़फोड़ और हिंसा की, लेकिन पुलिस ने सरकार के दबाव में आकर निर्दोष और भोले-भाले आदिवासियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, असली आरोपियों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया है.


उन्होंने आगे कहा कि मिशनरी के लोगों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिसके चलते मशीनरी नारायणपुर जिले के साथ ही संभाग के अन्य जिलों में भी घुसकर आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करवा रहे हैं. कश्यप ने कहा कि अब भी समय है, अगर सही समय पर धर्मांतरण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है, तो छत्तीसगढ़ राज्य ईसाई राज्य में तब्दील हो जाएगा.


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