Honey Singh Live Concert In Raipur: खाकी वर्दी पहनने वाले पुलिसवालों की ड्यूटी इतनी आसान नहीं होती है. जितनी लोगों को दिखती है. ये इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि रायपुर पुलिस ने ड्रेनेज जाली में फंसे एक युवक को बचाने के लिए रात डेढ़ बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन किया है. युवक रात 11 बजे के आस पास ड्रेनेज जाली में पैर फंसने से दर्द के मारे तड़प रहा था. तब रायपुर पुलिस के आधा दर्जन से अधिक अफसरों ने उसे बचाने के लिए 2 घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है.
हनी सिंह के लाइव कंसर्ट के बाद हुआ हादसा
दरअसल मशहूर रैप सिंगर हनी सिंह 16 अप्रैल को रायपुर पहुंचे थे. हनी सिंह के लाइव कंसर्ट में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी थी. ये प्रोग्राम रायपुर के श्रीराम बिजनेस पार्क में आयोजित था. शाम 4 बजे से ही हनी सिंह से लाइव गाना सुनने के लिए युवाओं का हुजूम उमड़ा था. लेकिन इस दौरान यह हादसा भी हुआ. आयोजन स्थल के पास रोड के बगल में ड्रेनेज जाली में एक युवक का पैर फंस गया. युवक ने निकलने की लाख कोशिश की लेकिन युवक पैर निकालने में नाकाम रहा तो खाकी ने युवक के ड्रेनेज जाली से निकालने के लिए एमरजेंसी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
रायपुर पुलिस के अफसरों ने बचाई जान
इस रेस्क्यू ऑपरेशन का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है. रायपुर पुलिस के कई बड़े अफसर मौके पर मौजूद है. आसपास में भीड़ उमड़ी हुई है. वीडियो के मुताबिक डीएसपी ललिता मेहर युवक को पानी पिला रही है. गैस कटर से ड्रेनेज जाली को काटा जा रहा है. इसकी आग युवक को न लगे इसके लिए कार्टून के टुकड़े से रोका गया है.
जाली का पाइप गर्म होने के कारण उसमे लगातार पानी डाला जा रहा है ताकि युवक को कोई परेशानी न हो. ये पूरी प्रक्रिया करीब 2 घंटे तक चली लेकिन इसमें एक खास नजारा ये भी था कि पैर फंसे रहने के बावजूद युवक परेशान नहीं दिख रहा था. क्योंकि उसकी मदद के लिए पुलिस खड़ी थी. पुलिस के अफसर युवक का लगातार हौसला बढ़ाते हुए दिखाई दे रहे थे.
गैस कटर और ग्राईण्डर मशीन ड्रेनेज जाली काटा गया
रायपुर पुलिस ने बताया कि दिनांक 16 अप्रैल की थाना विधानसभा क्षेत्र के श्रीराम बिजनेस पार्क के बाहर मेन रोड पर लगे ड्रेनेज जाली में प्रदीप रजक नाम के एक का पांव फंस गया था. इसकी सूचना मिलते ही ड्रेनेज जाली से पैर बाहर निकालने के गैस कटर और ग्राईण्डर मशीन की मदद से ड्रेनेज जाली के पाईप को काटा गया. इसमें लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत लगी फिर प्रदीप रजक क बाहर निकाला गया.
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