Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री (Chhattisgarh School Education Minister) का एक बयान बीजेपी (BJP) नेताओं के लिए राजनीतिक मसाला बन गया है. बीजेपी नेता और छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (Leader of Opposition Narayan Chandel) समेत पूर्व राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने शिक्षा मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. दरअसल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम (Education Minister Dr Premsai Singh Tekam) तीन दिन पहले बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में नशामुक्ति अभियान के एक कार्यक्रम में शराब की पाठशाला के हेडमास्टर बन गए थे. फिलहाल बीजेपी नेताओं ने इनके विपक्ष में जो बयान दिया है. वो भी विवादों के घेरे में आ सकता है.
क्या कहा नेता प्रतिपक्ष ने
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद नारायण चंदेल पहली बार सरगुजा (Surguja) के अम्बिकापुर (Ambikapur) पहुंचे. यहां उन्होंने बीजेपी कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम के शराब पर दिए बेतुके बयान पर कहा कि "नशा मुक्ति कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री खुद भांग खाकर गए थे."
क्या कहा रामविचार नेताम ने
इसके बाद पूर्व राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने भी शिक्षा मंत्री के शराब पर दिए ज्ञान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि "कांग्रेस सरकार के मंत्री क्या क्या बयान दे रहे हैं सब पब्लिक के सामने है. कभी शराब के बारे में विधि बताते हैं, कभी कहते हैं अच्छे रोड पर एक्सीडेंट ज्यादा होता है. इसका मतलब यही है कि इसलिए रोड नहीं बनवा रहे हैं.
निंदनीय बयान-नेताम
रामविचार नेताम ने आगे कहा "वाड्रफनगर रोड, प्रतापपुर से चंदौरा मार्ग इतना खराब है. वाड्रफनगर से लोलकी रोड खराब है. इसलिए मंत्री जानबूझकर रोड नहीं बनने देना चाहते हैं. उनके कथनी से ऐसा लगता है कि सब भांग के नशे में ही ऐसा बात करते हैं. प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री के मुख से सार्वजनिक कार्यक्रम में इस तरह से बात करना और एक तरह से शराब को बढ़ावा देना, आज का सभ्य समाज अच्छा नहीं मानता, ये बहुत ही निंदनीय है.
नशा मुक्ति आयोजन में पहुंचे थे मंत्री
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज ज़िले में पिछले कुछ दिनों से पुलिस विभाग द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा था. इसके समापन अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया, जो स्थानीय विधायक भी हैं पर नशा मुक्ति के आयोजन पर पहुंचे मंत्री ने अपने स्पीच से पूरे आयोजन को नशा युक्त बना दिया.
शराब पर मंत्री दिया था ये बयान
छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह ने पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान में हरिवंश राय बच्चन की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि “मंदिर मस्जिद झगड़े कराती है और मेल कराती है मधुशाला”, प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री ने शराब पर खूब ज्ञान बांटा और कहा कि वो एक बार मीटिंग के लिए मुंबई गए थे. इस दौरान वहां एक आदमी शराब के नुकसान गिना रहा था. एक इंसान शराब के फायदे गिना रहा था फिर उन्होंने कहा शराब सबको एक कर देती है भाई! हम लोग भी कभी कभी इसका उपयोग कर लेते हैं. चुनाव के समय हम और बाकी लोग भी इसका उपयोग कर लेते हैं. इसके बाद शिक्षा मंत्री डॉ सिंह ने उपस्थित लोगों को दारू के “डी” का मतलब बताया कि डी से दारू में इतना पानी मिलाओ कि उसका बढ़िया से डायलूशन होना चाहिए और डी से ड्यूरेशन होना चाहिए. ऐसा नहीं कि एक ही बार गटागट पी गए.
खराब सड़कों पर दिया था ये बयान
सरगुजा संभाग में खराब सड़कों का जाल बिछा है जिसकी वजह से वाहन के खराब होने और सड़क हादसों का हमेशा खतरा बना रहता है. इसलिए स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री की हैसियत से जब पत्रकारों ने उनसे खराब सड़कों का सवाल किया तो उन्होंने कहा कि जहां सड़कें खराब होती हैं. वहां से उनके पास फोन आता है लेकिन जहां सड़कें खराब होती हैं वहां हादसे कम होते हैं और लोगों की मौत कम होती है. मंत्री ने अपने ही विधानसभा की एक मात्र अच्छी सड़क का हवाला देते हुए कहा कि अम्बिकापुर-प्रतापपुर सड़क कितनी अच्छी बनी है लेकिन वहां पर हर रोज सड़क दुर्घटना हो रही है.