Chhattisgarh News: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग पर भारत सरकार की लगातार नजर बनी हुई है. दोनों देशों के बीच जंग का असर भारत में भी पड़ा है. मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. जंग में फंसे छात्रों को वापस सकुशल लाने की कवायद की जा रही है. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से पांच और बलरामपुर जिले से दो छात्र यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई करने गए हैं. हवाई सुविधा बंद होने की वजह से छत्तीसगढ़ के छात्र वतन वापस लौट नहीं पा रहे हैं.
रूस यूक्रेन की जंग में फंसे हुए हैं सरगुजा संभाग के 7 छात्र
सरगुजा जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अम्बिकापुर के कन्या परिसर रोड निवासी शिवम सिंह पिता अभय सिंह (विन्निटसिया इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज), रावत रेसीडेंसी अम्बिकापुर निवासी शुभम गुप्ता पिता उपेंद्र गुप्ता (विन्निटसिया इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज), बाबूपारा अम्बिकापुर निवासी अरुणव विक्रम सिन्हा पिता राजेश सिन्हा (विन्निटसिया इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज), हॉस्पिटल रोड अम्बिकापुर निवासी निलेश कुमार साहू पिता रविंद्र कुमार साहू (टेरनोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी), वसुंधरा विहार अम्बिकापुर निवासी आकृति त्रिपाठी पिता विनोद त्रिपाठी (खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी, खारकीव) यूक्रेन में पढ़ाई करने गए हैं.
कुसमी के दो छात्रों ने वी़डियो जारी यूक्रेन के बताए हालात
डॉक्टरी की पढ़ाई करने गए बलरामपुर जिले के कुसमी शहर निवासी रविकांत मैत्री और शुभाशीष मिश्रा भी वर्तमान परिस्थिति में फंसे हुए हैं. कुसमी के दोनों छात्रों ने वीडियो जारी कर यूक्रेन के हालात को देखते हुए चिंता जाहिर की है. उन्होंने भारत सरकार से वतन वापसी की मांग की है. कुसमी शहर के रहने वाले छात्र रविकांत्र मैत्री 2019 से यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की तैयारी कर रहे हैं. इसी साल शुभाशीष मिश्रा भी एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पश्चिमी यूक्रेन गए हैं. दोनों ही छात्रों ने वीडियो जारी कर यूक्रेन के हालात की भवायहता बताया है. छात्रों ने यूक्रेन में लगातार हो रहे हवाई हमलों का जिक्र करते हुए कहा है कि पैसों के लेनदेन बन्द हो गए हैं. किसी भी वक्त बिजली-पानी की सप्लाई ठप्प हो सकती है. उन्होंने बताया कि रूस ने यूक्रेन के कुछ इलाकों पर कब्जा भी कर लिया है.