Surguja: PhD कोर्स में दाखिला शुरू, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय जल्द जारी करेगा अधिसूचना
Sant Gahira Guru Vishwavidyalaya: सरगुजा के छात्रों का इंतजार खत्म होने वाला है. राज्य सरकार की तरफ से लंबित रोस्टर जारी किए जाने के बाद यूनिवर्सिटी ने तैयारी शुरू कर दी है.
Surguja News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित संत गहिरा गुरू विश्वविद्यायल प्रबंधन की लापरवाही के चलते आदिवासी अंचल सरगुजा में पिछले चार साल से पीएचडी कोर्स के लिए बैठे भावी शोधाथियों का इंतजार खत्म होने वाला है. राज्य सरकार द्वारा लंबित रोस्टर का निराकरण किए जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन के द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. विवि प्रबंधन का कहना है, कि इस बार 23 विषयों में लगभग 250 सीटों पर दाखिला लिया जाएगा और एक सप्ताह के भीतर ही इसके लिए विधिवत अधिसूचना जारी कर दी जाएगी.
गौरतलब है कि संत गहिरा गुरू विश्वविद्यायल के अधीन अंतिम बार शैक्षणिक सत्र 2018-19 19 में पीएचडी हुआ था. इसके बाद से पीएचडी कोर्स के लिए नया प्रवेश नहीं हुआ. पिछले तीन वर्षो से भावी शोधार्थी पीएचडी में दाखिला आरंभ कराने के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे थे. हाल ही में विभिन्न छात्र संगठनों के द्वारा विवि प्रबंधन को ज्ञापन सौंप पीएचडी के लिए दाखिला आरंभ कराने की मांग की गई थी और मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी. हालांकि विवि के प्रबंधन के द्वारा इसके लिए पूर्व से ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी.
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इन विषयों पर होगी पीएएचडी
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बताया कि इस बार कुल 23 विषयों में पीएचडी कोर्स कराने की तैयारी की जा रही है. इन विषयों में हिन्दी, अंग्रेजी, इतिहास, राजनीति शास्त्र, अथशास्त्र, समाज शास्त्र, भूगोल, मनोविज्ञान, रसायन शास्त्र, भौतिक शास्त्र, कम्प्यूटर सांइस, गणित, वनस्पति शास्त्र, प्राणि शास्त्र, पर्यावरण विज्ञान, बॉयोटेक्नोलाजी, माइक्रोबायोलाजी, विधि, वाणिज्य, फामफरिस्ट्री, फार्मेसी सहित अन्य विषय शामिल है.
दाखिला के लिए परीक्षा लेने भी चल रही तैयारी
इस संबंध में संत गहिरागुरू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक सिंह ने बताया कि पीएचडी कोर्स के लिए नये अकादमिक सत्र में परीक्षा के साथ तैयारी लगभग पूरी हो गई है. उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र भी तैयार किया जा रहा है. अभी तक राज्य सरकार द्वारा रोस्टर लंबित रखे जाने से दाखिला नहीं हो पा रहा था, अब इसका निराकरण होने के साथ ही वगर्वार रोस्टर जारी किया जा रहा है. शोधार्थी किस गाईड के अधीन शोध करेंगे. यह तय होने के साथ ही अधिसूचना जारी किया जायेगा.