Sarguja: पंचायत भवन में जले हुए सरकारी दस्तावेज मिलने से हड़कंप, सरपंच-सचिव रडार पर, जांच टीम गठित
Chhattisgarh News: मामला लखनपुर की कटिंदा ग्राम पंचायत का है. ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं, सीईओ वेदप्रकाश पांडेय ने कहा कि यदि कुछ भी गलत हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी.
Surguja News: सरगुजा जिले के लखनपुर (Lakhanpur) जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कटिंदा (Katinda Gram Panchayat) के पंचायत भवन में रोजगार गारंटी जॉब कार्ड, राशन कार्ड, वन अधिकार पट्टा से संबंधित दस्तावेज जले हुए मिलने से हड़कंप मच गया. ग्रामीणों से मामले की सूचना मिलने पर सरपंच व नायब तहसीलदार आईसी यादव राजस्व कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे.
सरपंच, सचिव बोले- नहीं दी दस्तावेजों को जलाने की अनुमति
दरसअल, लखनपुर जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत कटिंदा में राशन कार्ड, रोजगार गारंटी कार्ड, वन अधिकार पट्टा से संबंधित जमा फार्म सहित अन्य शासकीय दस्तावेज अधजले मिले हैं. अधिकारियों ने सरपंच, सचिव से शासकीय दस्तावेजों को जलाने को लेकर अनुमति के संबंध में पूछताछ की, जिस पर सरपंच व सचिव ने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई अनुमति नहीं दी. इसके बाद सभी अधजले दस्तावेजों को बोरे में भरकर पंचायत भवन में रखवाया गया तथा पंचनामा तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए तहसीलदार गरिमा ठाकुर को पत्र पंचनामा प्रेषित किया गया.
ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर लगाए लापरवाही के आरोप
वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्ष 2021-22 में वन अधिकार पट्टा बनाने के लिए पंचायत कार्यालय में फॉर्म भरे गए थे. कुछ फार्म कचरे के ढेर में मिला हैं तो कुछ फार्म जल गए हैं, साथ ही राशन कार्ड व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो वाला रोजगार गारंटी जॉब कार्ड भी मिला है जो निंदनीय ह. उन्होंने कहा कि सरपंच-सचिव की लापरवाही के कारण ऐसा कृत्य हुआ है. ग्रामीणों ने इस मामले की जांच और गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की मांग की गई है.
मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित
इधर जनपद कार्यालय से मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. लखनपुर जनपद सीईओ वेदप्रकाश पांडेय ने बताया कि दस्तावेज जलाने के मामले में जांच टीम गठित की गई है, जैसे ही जांच प्रतिवेदन प्राप्त होगा, वैसे ही कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमने दस्तावेजों को जलाने की कोई अनुमति नहीं दी है. लोगों के माध्यम से ये जानकारी सामने आई है कि गांव में शासकीय दस्तावेज जलाए गए हैं. अगर कुछ गलत हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी.
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