Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) में बदमाशों के हौसले बुलंद हैं. इसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली है. बुधवार की रात जिला मुख्यालय अम्बिकापुर (Ambikapur) में नया बस स्टैंड चौकी में घुसकर कुछ बदमाशों ने जमकर उत्पात मचाया. बदमाशों का दुस्साहस कितना बढ़ गया था कि उन लोगों ने पुलिस आरक्षक के साथ मारपीट भी कर दी, जिसमें आरक्षक को मामूली चोट आई है. आरोपियों ने उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की, और मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी भाग चुके थे. आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है, ताकि आरोपियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जा सके. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है.


बदमाशों ने की पुलिस आरक्षक के साथ मारपीट


पीड़ित आरक्षक मंटू गुप्ता ने बताया कि बुधवार को विजयादशमी के मौके पर शहर के सभी इलाकों में भारी भीड़ थी. उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध लोग शराब पी रहे हैं. वहीं कई दुकानें भी तय वक्त के बाद खुली हुई हैं. जिस पर वो दुकान बंद कराने पहुंचे. दुकान के पास ही कुछ लोग उन्हें शराब पीते हुए मिले. जब उन्होंने ऐसा करने से मना किया, तो वो विवाद करने लगे. इसके थोड़ी देर बाद वो ही बदमाश कुछ और लोगों को लेकर नया बस स्टैंड चौकी में घुस आए और आरक्षक के साथ मारपीट कर उनकी गाड़ी तोड़ दी. जब तक वो कोतवाली थाने में फोन कर वहां से टीम को बुलाते, तब तक बदमाश घटना को अंजाम देकर फरार हो चुके थे. घटना रात 11 बजे के बाद की है.


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घटना के बाद फरार हुए बदमाश


इधर बदमाशों के फरार हो जाने के बाद कोतवाली थाना पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची. लेकिन बदमाश मौके से गायब थे, जिससे आरोपियों की ना ही पहचान की जा सकी, ना ही पकड़े गए. मामले की जांच की जा रही है और आसपास के लोगों व दुकानदारों से पूछताछ की जा रही है. गौर करने वाली बात ये है कि रात में बस स्टैंड चौकी में सिर्फ एक ही आरक्षक ड्यूटी पर रहता है. ऊपर से नवरात्रि और दशहरे के मौके पर भी यहां पुलिस जवान नहीं बढ़ाए गए. इधर एक ही आरक्षक के ड्यूटी पर रहने से अपराधियों के हौसले और बुलंद हो गए.


पहले भी हो चुकी ऐसा घटना


बता दें कि, अम्बिकापुर में पुलिसकर्मियों पर हमला करने की ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी अम्बिकापुर कोतवाली थाना में पदस्थ आरक्षक सत्येंद्र दुबे और डायल 112 में ड्यूटी कर रहे आरक्षक से मारपीट की गई थी. सरगुजा जिले में अब तक पुलिस कर्मियों पर हमले के आधा दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके है. इसमें से कई मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है. लेकिन अम्बिकापुर शहर में ही ज्यादातर ऐसी घटनाएं होती है, जिससे शहरवासियों दहशत का माहौल है. लोग ये कहने से नहीं चूक रहे है कि जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे होगी? सरगुजा एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि पुलिस आरक्षक पर हमला नहीं हुआ है, झूमा झटकी हुई और गाली गलौज हुआ है. मामले में अभी कार्रवाई कर रहे हैं.


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