Surguja News: सरगुजा में सामने आया अंधविश्वास का खेल, आकाशीय बिजली से झुलसी दो बच्चियों को गोबर के ढेर में गाड़ा, जानें पूरा मामला
Surguja जिले के गांधीनगर थानाक्षेत्र में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलसी दो बालिकाओं को गोबर में गाड़ दिया गया.
![Surguja News: सरगुजा में सामने आया अंधविश्वास का खेल, आकाशीय बिजली से झुलसी दो बच्चियों को गोबर के ढेर में गाड़ा, जानें पूरा मामला Sarguja: Two girls scorched by lightning, buried in a heap of dung in Chhattisgarh ann Surguja News: सरगुजा में सामने आया अंधविश्वास का खेल, आकाशीय बिजली से झुलसी दो बच्चियों को गोबर के ढेर में गाड़ा, जानें पूरा मामला](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/06/21/2c5958019d45bfce3257d63320c53f66_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Ambikapur News: बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. आए दिन आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलसने के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं ग्रामीण इलाकों में इसको लेकर अंधविश्वास भी हावी है. आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो चुके लोगों को जिंदा करने उनके शरीर पर गोबर का लेप लगाने या गोबर में गाड़ने की परंपरा काफी समय से चली आ रही है. हालांकि इस प्रयोग से अब तक कभी सफलता नहीं मिली है.
बावजूद इसके आकाशीय बिजली से मृत व्यक्ति को जिंदा करने के लिए उसके शरीर को गोबर में गाड़ दिया जाता है. ऐसा अक्सर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिलता है. ऐसा की एक मामला सरगुजा जिले के गांधीनगर थानाक्षेत्र में सामने आया है. जहां आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलसी दो बालिकाओं को गोबर में गाड़ दिया गया.
दो बच्चियों पर गिरी थी बिजली
दरअसल, अम्बिकापुर शहर से लगे ग्राम पंचायत ठाकुरपुर के सुपेलपारा निवासी रोशनी तिग्गा (10 वर्ष) और आस्था तिग्गा (8 वर्ष) अपने घर के पीछे आम के पेड़ के पास खेल रही थी. इस दौरान अचानक मौसम बदला और तेज हवा के साथ बारिश होने लगी. तब बारिश से बचने के लिए दोनों बालिकाएं पेड़ के नीचे खड़ी हो गई. इसी बीच वहां तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी. इसकी चपेट में आने से दोनों झुलसकर बेहोश हो गईं. इस घटना की जानकारी परिजनों और मोहल्लेवासियों को लगी. इसी बीच किसी ने गोबर का लेप चढ़ाने या गोबर में गाडऩे से आकाशीय बिजली का प्रभाव कम होने की बात कही. इसके बाद दोनों बेहोश बालिकाओं को अस्पताल नहीं ले जाकर गोबर में गर्दन तक गाड़ दिया गया.
पुलिस के समझाने के बाद भेजा गया अस्पताल
वहीं बालिकाओं के गोबर में गाड़े जाने की सूचना किसी ने पुलिस की टीम को दी. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाइश देकर गोबर से बाहर निकलवाया. इसके बाद दोनों बालिकाओं को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
बहरहाल, ठाकुरपुर में हुई इस घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि ग्रामीण क्षेत्र में आज भी ये अंधविश्वास कायम है कि गोबर आकाशीय बिजली के प्रभाव को कम कर देता है. आकाशीय बिजली से मृत व्यक्ति भी इससे जिंदा हो जाता है.
यह भी पढ़ें:
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)