Surguja PDS shop In School: छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने तमाम कवायद कर रही है, लेकिन सरगुजा जिले में एक ऐसा गांव है, जहां आज भी पंचायत भवन में स्कूल और पीडीएस दुकान संचालित हो रही है. पंचायत भवन और पीडीएस दुकान संचालित होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. मामला ग्राम पंचायत रेवापुर का है.
इस गांव में प्राइमरी स्कूल, पीडीएस दुकान और पंचायत का कामकाज पंचायत भवन में संचालित होता है. ऐसे में समस्या पंचायत भवन में संचालित प्राथमिक शाला रेवापुर के पहली से लेकर पांचवी के 54 नौनिहाल बच्चों को पढ़ने-लिखने में आ रही है. जिससे बच्चों का भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं. ग्रामीणों के राशन लेने आने पर भीड़ की वजह से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते, पहले सिर्फ ग्रामसभा होने पर समस्या आती थी, लेकिन पीडीएस दुकान खुलने से समस्या और बढ़ गई है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने कही ये बात
शिक्षिका मनभंजनी बाई का कहना है कि स्कूल के जर्जर होने के बाद 2016 से पंचायत भवन में स्कूल का संचालन हो रहा है. जिससे बच्चों को पढ़ाने में समस्या आ रही है. जिसकी जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दे दी गई है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है. इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस बात की जानकारी ही नहीं है. जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गूहे का कहना है कि जिले में 50 ऐसे विद्यालय हैं, जो भवन विहीन है. मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कराने और आने वाले शिक्षा सत्र में खुद के स्कूल भवन में स्कूल संचालित करने कि बात कह रहे हैं.
प्रदेश सरकार एक ओर स्कूली बच्चों के शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए शासकीय स्कूल को प्राइवेट स्कूल के तर्ज पर पढ़ाई कराने के कवायद में लगी है. वहीं पुराने प्राइमरी स्कूल की हालत बद से बदतर होती जा रही है. जिला शिक्षा अधिकारी जानकारी ना होने का हवाला दे रहे हैं. ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहाल का भविष्य अधर में लटका हुआ है. बहरहाल अब देखना होगा कि नौनिहालों को स्कूल भवन मिलता है या इसी तरह पंचायत भवन में ही स्कूल, पीडीएस और पंचायत के काम काज चलते रहेंगे.
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