Chhattisgarh: सीतापुर विधानसभा में 'साड़ी' पर सियासत तेज, पूर्व विधानक ने मंत्री अमरजीत भगत पर लगाया ये आरोप
Chhattisgarh Politics: पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम ने कहा कि इसके अलावा अमरजीत भगत ने चिरगा गांव में बॉक्साइट कारखाना लगा रखा है. वहां आठ ग्राम पंचायत के लोगों में त्राहि त्राहि मच गई है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चुनाव की नजदीकियों के बीच राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. जनता की नजर में खुद को शुद्ध दिखाने के लिए नेता अपने विरोधी के खिलाफ कुछ भी बोलने से चूक नहीं रहे हैं. ऐसा ही कुछ सरगुजा जिले में विधायक और पूर्व विधायक के बीच चल रह है. दरअसल, सीतापुर (Sitapur) विधानसभा के पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम ने वर्तमान विधायक और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) पर क्षेत्र की जनता को साड़ी बाटने का आरोप लगाया और कहा कि गरीबों को सस्ती साड़ी ना देकर अच्छी साड़ी देते तो नाम लेते.
वहीं इसके जवाब में मंत्री अमरजीत भगत ने कहा हम गरीब लोग हैं. वे खुद 200 से ज्यादा का कुर्ता, पैजामा नहीं पहनते. ये सब बातें करने वाले लोग मेरे शुभचिंतक हैं, मेरा भला चाहते हैं. दरअसल, सीतापुर के पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम ने अमरजीत भगत पर पहला आरोप ये लगाया कि सीतापुर क्षेत्र से अमरजीत भगत 20 साल विधायक रहे. इसमें पांच साल उनका मंत्री का कार्यकाल रहा. इसमें उन्होंने एक भी विकास कार्य नहीं किए. सेंट्रल गवर्नमेंट की योजनाओं के कार्यों को स्टेट गवर्नमेंट का काम बताकर हमारे क्षेत्र के भोले-भाले लोगों को झुठलाते रहे. अमरजीत भगत पर दूसरा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में आज तक इस प्रकार का भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ था. ऐसा जमीन और फर्जी पट्टा घोटाला कभी नहीं हुआ था.
विधायक प्रोफेसर गोपाल राम ने क्या कहा
पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम ने कहा कि इसके अलावा अमरजीत भगत ने चिरगा गांव में बॉक्साइट कारखाना लगा रखा है. वहां आठ ग्राम पंचायत के लोगों में त्राहि त्राहि मच गई है. पट्टे की जमीन उसके घेरे में आ गई है. मैनपाट में हजारों एकड़ का पट्टा उन्होंने अपने लोगों के नाम करवा दिया. सीतापुर ब्लॉक में उन्होंने बहुत से लोगों के पट्टे बनवा दिए. यानी मंत्री बनकर उन्होंने जमीन हड़पने का काम किया है. उनमें भ्रष्टाचार करने की काबिलियत है. उनके बराबर भ्रष्टाचार करने वाला छत्तीसगढ़ में कोई भी आदिवासी नेता तो हो ही नहीं सकता. प्रोफेसर गोपाल राम ने आगे कहा कि, क्षेत्र में साड़ी धुआंधार बंट रही है. मेरा कहना है साड़ी बांट रहे हैं, तो बढ़िया साड़ी बांटे. महिलाएं कह रही है सस्ती साड़ी दी है. मेरा कहना है अच्छी साड़ी दें, गरीबों का मन ऊंचा करें.
अमरजीत भगत ने दिया जवाब
प्रोफेसर गोपाल राम ने आगे कहा कि उनका टिकट कोई नहीं काट सकता, लेकिन इस बार मंत्री भगत नहीं जीत पाएंगे. क्योंकि सीतापुर क्षेत्र में 20 साल में जहर फैल गया. चिरगा में स्थापित एल्यूमिनियम फैक्ट्री मंत्री अमरजीत भगत प्राइवेट फैक्ट्री है, जिसको उन्होंने रामानुजगंज के अनिल अग्रवाल और सुनील अग्रवाल के नाम से करवा रखा है. ये सभी लोग जान गए है, उनकी पोल खुल चुकी है. वहीं पूर्व विधायक प्रोफेसर गोपाल राम के आरोप पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा "हम लोग गरीब लोग हैं. मैं खुद भी 200 रुपये से ज्यादा का कुर्ता-पैजामा नहीं पहनता हूं. वो किसके लिए क्या बोल रहे हैं, ये बात मुझे समझ नहीं आ रही है, लेकिन लेने वालों में खुशी है, तो ऐसी बातों का क्या औचित्य है."
उन्होंने कहा कि त्यौहार के समय, आयोजन के समय भावना देखी जाती है. रेट और दर नहीं देखे जाते. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा जो ऐसा बोल रहे हैं वो मेरे मित्र लोग हैं. वो मेरा भला चाहते है, मेरे शुभचिंतक हैं. जो अच्छा-अच्छा सुझाव देते रहते है. मैं कभी किसी की बात को बुरा नहीं मानता. ना किसी के प्रति द्वेष रखता. सब मेरे अपने हैं और अपनों से क्या शिकवा-शिकायत.