Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh election) नजदीक आते ही नेताओं की बयानबाजी तेज हो गई है. इस वक्त बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (Narayan chandel) का एक बयान खूब सुर्खियों में है. उन्होंने बारिश के मौसम में मवेशियों को सरकारी दफ्तरों ( Government office) में बांधने की चेतावनी कांग्रेस सरकार को दे दिया है. इसके लिए उन्होंने 15 अगस्त तक का अल्टीमेटम (ultimatum) दिया है. आखिर ऐसा क्या हो गया कि नारायण चंदेल मवेशियों को लेकर इतने भड़क गए. चलिए आज आपको पूरा माजरा समझते है.
आवारा मवेशी पर बीजेपी का 15 अगस्त तक अल्टीमेटम
दरअसल, बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का दावा है की जांजगीर चांपा समेत पूरे छत्तीसगढ़ में गौमाता सड़कों पर हैं. इसके चलते सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. इसके अलावा कांग्रेस सरकार के द्वारा आवारा मवेशियों से छुटकारा के लिए बनाए गौठान बनाए हैं. लेकिन उसमे मवेशी नहीं हैं. वहीं नारायण चंदेल ने सरकार के बनाए गौठान और रोका छेका के नाम पर भ्रष्टाचार का भी बड़ा आरोप लगाया है. इस मामले पर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है.
बीजेपी आवारा मवेशियों को सरकारी दफ्तरों में छोड़ने जाएगी
नारायण चंदेल ने जांजगीर चांपा जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि 15 अगस्त तक सड़कों पर घूमने वाली गौ माता की व्यवस्था कर लें अन्यथा भाजपा अपने किसान मोर्चा के साथियों के साथ सभी गौ माताओं को एकत्र कर नगर पालिका ऑफिस में, एसडीएम ऑफिस में, थानों में और कलेक्टर ऑफिस में ले जाकर इन गौ माताओं को छोड़ देंगे. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है. पौने पांच साल हो गए गौमाता मवेशी खुले में घूम रहे है. सड़कों पर है और किसानों की फसल पूरे छत्तीसगढ़ में बर्बाद हो रही है. इसके आगे उन्होंने कहा कि रोज सड़कों पर गंभीर किस्म की दुर्घटना घट रही हैं. सड़कों पर गौ माताओं की मौत हो रही है, या जानलेवा दुर्घटना में व्यक्ति की मौत हो रही है.
बीजेपी के अल्टीमेटम पर कांग्रेस का पलटवार
नारायण चंदेल के अल्टीमेटम पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को 15 अगस्त की तारीख का इंतजार नहीं करना चाहिए बल्कि आज से और अभी से नारायण चंदेल को कहीं भी इक्का-दुक्का गाय घूमते हुए नजर आती है तो उन्हें तत्काल करीब के डे केयर सेंटर गोठनों में लेकर जाना चाहिए और गौ माता की सेवा करना चाहिए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने रमन सरकार के दौरान हुई 17 हजार से अधिक गायों की हत्या के पाप से भाजपाइयों को मुक्ति दिलाने प्रदेश में 10 हजार से अधिक गोठनों का निर्माण किये हैं.
खरीफ सीजन में आवारा मवेशी कितनी बड़ी परेशानी
गौरतलब है कि खरीफ सीजन में ज्यादातर धान की खेती होती है. इस मौसम किसान खेती किसानी के काम जुटा रहता है. वहीं किसानों को आवारा आवारा मवेशी से डर लगा रहता है कि कहीं मवेशी उनकी फसल को नुकसान न पहुंचा दें. इसके अलावा आवारा मवेशियों के कारण सड़क दुर्घटना भी अक्सर देखा जाता है. सड़कों में आवारा मवेशी का जत्था रहता है इसके चलते कई बड़े सड़क हादसे हो सकते है. इसमें मवेशियों के जान के साथ मनुष्यों के जान को भी बड़ा खतरा रहा है.
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