Balrampur News: बलरामपुर-रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह द्वारा जिला सहकारी बैंक रामानुजगंज के दो कर्मचारियों से की गई मारपीट का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है. इस घटना को लेकर कर्मचारी-अधिकारियों में आक्रोश का माहौल है. इस घटना के विरोध में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जिला सहकारी बैंकों की सभी शाखाओं के कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर चले गए हैं.
इस हड़ताल के कारण सरगुजा संभागभर के कार्यालयों में ताला लटका रहा. इस हड़ताल के कारण दो दिनों में लगभग डेढ़ सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके साथ ही बैंक बंद होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई और उन्हें धान की राशि नहीं मिल पाई. जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित कर्मचारी संघ सरगुजा द्वारा घटना को लेकर आईजी से मुलाकात की गई और ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है. मांग पूर्ण नहीं होने की स्थिति में उन्होंने आंदोलन को निरंतर जारी रखने की बात कही है.
बता दें कि बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में संचालित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा में 3 अप्रैल को विधायक बृहस्पत सिंह ने बैंक के कैशियर राजेश कुमार पाल व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अरविन्द कुमार सिंह की जमकर पिटाई कर दी थी. बैंक के बाहर सरेराह की गई. मारपीट की घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई थी. इस घटना के बाद दहशत में आए कर्मचारी सरगुजा पहुंचे थे और उन्होंने सरगुजा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित कर्मचारी संघ के पास पहुंचकर घटना की जानकारी दी थी.
इस घटना को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश का माहौल है. घटना के बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ के आह्वान पर संभागभर के कर्मचारी दो दिनों का सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. इस हड़ताल के तहत सरगुजा जिला सहकारी बैंक में भी अधिकारी-कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया और विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. कर्मचारियों की इस हड़ताल से सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़ सभी जिलों की शाखाओं में ताले लटके रहे और इस हड़ताल से दो दिनों में डेढ़ सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
आईजी को संघ ने सौंपा ज्ञापन
विधायक द्वारा कर्मचारियों से की गई मारपीट की घटना को लेकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित कर्मचारी संघ ने आईजी से मुलाकात की और मामले में जांच उपरान्त कार्रवाई की मांग की. संघ के अध्यक्ष आरके खरे ने बताया कि यदि के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो यह आंदोलन प्रदेश भर में फैलेगा और बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा.
इस हड़ताल से डेढ़ सौ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित होने की संभावना है इसके साथ ही ग्राहकों को भी परेशानी होगी. सहकारी बैंकों में कर्मचारियों की बेहद कमी है. स्टाफिम पैटर्न के मानक अनुसार कर्मचारी नहीं है. पांच जिलों में अधिकांश शाखाएं महज 2 कर्मचारियों के भरोसे संचालित हो रही है. ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधियों का हस्तक्षेप कर्मचारियों को मानसिक रूप से तोड़ रहा है और वे अपने सुरक्षा को लेकर चिंतित एवं भयभीत है. शासन मामले को गंभीरता से लेकर त्वरित कार्रवाई करते हुए कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करें.
प्रदेशभर से मिला समर्थन
संघ के अध्यक्ष श्री खरे ने बताया कि विधायक द्वारा कैशियर के साथ की गई मारपीट की घटना के बाद सरगुजा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ को दुर्ग, राजनांदगांव, रायपुर, बिलासपुर एवं जगदलपुर के अध्यक्षों का भी समर्थन पत्र प्राप्त हुआ है. इसके साथ ही सहकारी समिति कर्मचारी संघ का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है और अगर सरकार द्वारा इस मामले में गुरुवार तक कार्रवाई नहीं की जाती है तो बाकी संगठन भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे और यह आंदोलन प्रदेशभर में फैल जाएगा. जिससे शासन को अरबों का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है जबकि ग्राहकों की परेशानियां बढ़ जाएंगी.
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