एक्सप्लोरर
Advertisement
Sukanya Samriddhi Yajana: बस्तर में पिछले 3 सालों में 24,175 बेटियों ने लिया जन्म, लेकिन सुकन्या समृद्धि योजना में खुले सिर्फ 4, 838 खाते, जानें फायदे
सुकन्या समृद्धि योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के अभाव के चलते छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में ही बीते 3 साल में अब तक केवल 4 हजार 838 बेटियों के ही खात खोले गए हैं, जबकि 24 हजार बेटियों ने जन्म लिया है.
Sukanya Samriddhi Yajana: केंद्र की मोदी सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओ में से एक सुकन्या समृद्धि योजना छत्तीसगढ़ के बस्तर में प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ती नजर आ रही है. इस योजना की शुरुआत कन्या भ्रूण हत्या रोकने, बाल विवाह और शिक्षा की चिंता दूर करने के लिए की गई थी लेकिन छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में इस योजना का लाभ लोगों तक पहुंचता दिखाई नहीं दे रहा है. सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुकन्या समृद्धि योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के अभाव के चलते सिर्फ बस्तर जिले में ही बीते 3 साल में अब तक केवल 4 हजार 838 बेटियों के ही खात खोले गए हैं, जबकि 24 हजार बेटियों ने जन्म लिया है.
जानकारी के मुताबिक इस योजना का लाभ अधिक से अधिक बेटियों को देने के लिए महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी हर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को लक्ष्य देते हैं, जिसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों से संपर्क करके उनकी बेटियों के नाम पर बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवाते हैं, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के द्वारा इसमें लापरवाही बरती जा रही है. नतीजा यह रहा कि बीते सालों में रखे गए लक्ष्य का 50 प्रतिशत भी पूरा नहीं हो पाया और कई लोग इस सुकन्या समृद्धि योजना से वंचित हो गए.
पिछले 3 सालों में बस्तर में 24 हजार 175 बेटियों ने लिया जन्म
दरअसल इस योजना का प्रचार-प्रसार नहीं किए जाने के साथ ही डाकघरों के सुस्त रवैया से लोग अपनी बेटियों के भविष्य के लिए इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. पिछले 3 सालों में बस्तर में 24 हजार 175 बेटियों ने जन्म लिया है. हालांकि महिला बाल विकास के अधिकारियों का कहना है कि इस योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत तो यह है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और विभाग के अधिकारियों के द्वारा प्रचार-प्रसार नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ बस्तर के लोगों को नहीं मिल पा रहा है. बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत बालिकाओं के संरक्षक अपनी आय के हिसाब से अपनी बेटी के खाते में रकम जमा कर सकते हैं. महिला बाल विकास विभाग के मुताबिक इस योजना के लिए खाता धारक सालाना अपने खाता में 250 से लेकर 1 लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं.
ऐसे मिलता है इस योजना का लाभ
शासन के इस योजना के अनुसार किसी घर में बेटी के पैदा होने पर उसके लिए 14 साल तक हर महीने राशि जमा करना होता है. यह राशि महीने में 250 रुपये हो सकती है या फिर 5 हजार रुपये तक भी. 14 साल तक राशि जमा करने के बाद उस पर 7 साल की राशि सरकार द्वारा ब्याज के तौर पर दी जाती है. उदाहरण के तौर पर अगर आप की बिटिया 2021 में 5 साल की है और उसके नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में हर महीने 5 हजार रुपये जमा करते हैं तो फिर जब योजना परिपक्व हो जाती है यानी साल 2042 में कुल 25 लाख 46 हजार रुपये मिलेंगे. इस स्कीम में 14 साल तक निवेश करना होता है. इस दौरान आपको कुल 9 लाख रुपए निवेश करना होगा और उस पर 16 लाख 46 हजार 62 रुपए ब्याज मिलेंगे. यह आकलन मौजूदा ब्याज दर 7.6 प्रतिशत सालाना के आधार पर लगाया गया है.
ये भी पढ़ें-
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
चुनाव 2024
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
आईपीएल
टेलीविजन
Advertisement