सुकमा में 19 लाख के पांच इनामी नक्सलियों ने किया सरेंडर, बताया क्यों छोड़ा हिंसा का रास्ता?
Chhattisgarh News: सुकमा पुलिस के नक्सल विरोधी प्रकोष्ठ की खुफिया शाखा और पड़ोसी राज्य ओड़िशा की पुलिस ने पांच इनामी नक्सलियों के आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
Chhattisgarh Anti Naxal Operation: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. 19 लाख के पांच इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है. पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों नक्सलियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सुकमा पुलिस के नक्सल विरोधी प्रकोष्ठ की खुफिया शाखा और पड़ोसी राज्य ओड़िशा की पुलिस ने नक्सलियों के आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
पांचों नक्सलियों पर पुलिस दल पर हमला और सड़कों को नुकसान पहुंचाने समेत कई अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कवासी दुला (25), सोढ़ी बुधरा (27) और महिला मड़कम गंगी (27) शामिल हैं. तीनों माओवादी प्लाटून नंबर एक में डिप्टी कमांडर, सेक्शन कमांडर और सेक्शन ‘ए’ कमांडर के रूप में सक्रिय थे. चव्हाण ने बताया कि दो अन्य महिला नक्सलियों में पोडियाम सोमडी (25) और मड़कम आयते (35) के सिर पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था.
19 लाख के पांच इनामी नक्सलियों ने इस वजह से किया सरेंडर
नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करते हुए कहा कि पूर्व में किये गये माओवादियों के अत्याचारों और “अमानवीय” व “खोखली” विचारधारा से निराश थे. पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई है. आगे सरकार की नीति के अनुसार नक्सलियों का पुनर्वास किया जाएगा. बता दें कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों की तरफ से एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सुरक्षा बलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नक्सलियों की कमर टूटी है.