Sukma News: नक्सल मोर्चे पर तैनात CRPF जवानों ने कराया सामूहिक विवाह का आयोजन, 12 जोड़ों ने शुरू की नई जिंदगी
नक्सल मोर्चे पर तैनात CRPF के जवानों के प्रति ग्रामीणों का विश्वास बढ़ रहा है. केंद्रीय सुरक्षा बल ने पहली बार सामूहिक विवाह का आयोजन कराया है.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल (CRPF) ग्रामीणों के बीच सिविक एक्शन प्रोग्राम कराने के साथ अब नक्सल प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों के सामूहिक विवाह का भी आयोजन कर रही है. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा इलाके में सीआरपीएफ की 2nd बटालियन ने 12 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया और बकायदा उन्हें अपने नयी गृहस्थी बसाने के लिए जरूरी सामान भी उपहार के तौर पर दिया. दरअसल हमेशा से ही नक्सली इन जवानों को स्थानीय ग्रामीणों का दुश्मन बताते आये हैं.
ऐसे में सीआरपीएफ नक्सलियों के इस मंसूबे पर पानी फेरते हुए ग्रामीणों के बीच एक अच्छा माहौल बनाकर सिविक एक्शन कार्यक्रम कराते आयी है, वहीं पहली बार इस तरह का सामूहिक विवाह का आयोजन CRPF ने कराया. बकायदा सीआरपीएफ के इस आयोजन में प्रदेश के आबकारी मंत्री और कोंटा विधानसभा के विधायक मंत्री कवासी लखमा भी शामिल हुए.
CRPF ने कराया सामूहिक विवाह का आयोजन
सीआरपीएफ सेकेंड बटालियन के कमांडेंट रतिकांत बेहेरा ने बताया कि लंबे समय से बस्तर में सीआरपीएफ की अलग-अलग बटालियन नक्सल मोर्चे पर तैनात है और यहां नक्सलियों से लोहा ले रही है और ग्रामीणों को नक्सलियों से सुरक्षा भी दे रही है.
नक्सली बीते कुछ सालों से सीआरपीएफ जवानों के प्रति ग्रामीणों के बीच दुष्प्रचार कर ग्रामीणों और CRPF जवानों के बीच फूट डालने का काम करते आ रहे थे लेकिन सीआरपीएफ ने यहां रहते हुए स्थानीय ग्रामीणों का दिल जीतने की कोशिश की और इसीका नतीजा है कि अब ग्रामीण बकायदा पुलिस का सहयोग देने के साथ उनके सिविक एक्शन कार्यक्रम में भी शामिल होते हैं और पुलिस के प्रति ग्रामीणो का विश्वास बढ़ने के बाद ही अंदरूनी गांव तक सरकार का विकास भी पहुंच रहा है.
वहीं उन्होंने बताया कि पहली बार सीआरपीएफ के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों के बीच सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें गांव के 12 जोड़ों की धूमधाम से शादी कराई गई, यह पहली बार है जब सीआरपीएफ ने सिविक एक्सन कार्यक्रम के अलावा इस तरह से स्थानीय ग्रामीणों का सामूहिक विवाह का आयोजन कराया है और बकायदा उन्हें नयी गृहस्ती के लिए लगने वाली हर सामान को उपहार के तौर पर दिया है.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से ग्रामीणों का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है और अब धीरे-धीरे नक्सलवाद भी इस इलाके में बैकफुट पर है. आने वाले समय में जरूर ग्रामीण नक्सलियों के मंसूबे को समझ जाएंगे और पुलिस का साथ देकर अपने और अपने गांव का विकास करने में सरकार की मदद करेंगे.
ग्रामीणों का पुलिस के प्रति बढ़ा विश्वास
वहीं इस विवाह आयोजन में शामिल हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि स्थानीय पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ के जवान भी नक्सल इलाकों में बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं और कुछ सालों से ग्रामीणों पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है ,यही वजह है कि सुकमा जिले के कई इलाकों में नक्सली बैकफुट पर हैं और बकायदा CRPF ग्रामीणों के बीच इस तरह का आयोजन कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ रही है और सरकार इन क्षेत्रों में ग्रामीण और पुलिस की मदद से विकास कार्य पहुंचा रही है, मंत्री कवासी लखमा ने भी इन 12 नव दंपतियों को अपने तरफ से भी कई उपहार दिये और बकायदा आदिवासी नर्तक दलों के साथ डांस करते हुए नजर आए.
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