(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh News: बारिश का कहर, उफनते नाले के ऊपर कटे पेड़ को पुल बनाकर राशन लाने को मजबूर ग्रामीण, देखें तस्वीर
Sukma News: सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में उफनती बरसाती नाले की वजह से ग्रामीण एक पेड़ का आढ़ गिराकर उससे दुकान से राशन और अपने जरूरत का सामान ला रहे हैं.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में आफत की बारिश ने चारों तरफ कहर बरपा रखा है. खासकर सुकमा, बीजापुर और बस्तर में पिछले सप्ताह भर से लगातार हो रही झमाझम बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. 2 दिन पहले ही बीजापुर जिले में चावल से भरी ट्रक एक बरसाती नाले में फंस गई और देखते ही पूरा ट्रक नाले में बह गया. इसके अलावा उफनती नदी में बह जाने से दो लोगों की मौत भी हो गई.
वहीं अब सुकमा जिले में भी लगातार मूसलाधार बारिश होने की वजह से परेशान ग्रामीणों की एक तस्वीर निकलकर सामने आई है. जहां उफनती बरसाती नाले की वजह से ग्रामीण एक पेड़ का आढ़ गिराकर उससे दुकान से राशन और अपने जरूरत का सामान ला रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह तस्वीर सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र के अंदरूनी गांव का है. लगातार हो रही बारिश की वजह से शबरी नदी के साथ-साथ बरसाती नाले भी पूरी तरह से उफान पर हैं. ऐसे में ग्रामीणों का कोंटा शहर से संपर्क टूट गया है और अंदरूनी क्षेत्रों में स्थित अपने गांव तक पेड़ गिराकर उसके सहारे राशन ला रहे हैं.
विकास के दावे की खुली पोल
इस तस्वीर में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी दिख रहे हैं. जो बकायदा पेड़ के कटे हुए डंगाल में एक के बाद एक बैठे हुए हैं. वहीं नाले के उस पार से महिलाओं के द्वारा दिये जा रहे चावल और अपने जरूरत का सामान पार कर रहे हैं. बकायदा इसमें महिलाएं भी अभी टोकनी नाले के उस पार से इस पार दे रही हैं. नाले में तेज बहाव होने की वजह से ग्रामीणों को बहने का डर है. इसलिए टूटे हुए पेड़ को आढ़ गिराकर उसके ऊपर से राशन ला रहे है.
दरअसल नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से आज भी इस क्षेत्र के गांवो में पुल पुलिया का निर्माण नहीं हो सका है. ऐसे में बरसात के मौसम में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और अपने गांव तक जरूरत का सामान लाने के लिए इस तरह का जुगाड़ करना पड़ता है. वहीं इस वीडियो ने सरकार के विकास के दावों की पोल खोलकर रख दी है.
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