Sukma News: सुकमा में शहीद हुए जवान को नम आंखों से दी गई अंतिम सलामी, मुठभेड़ में सीने में लगी थी गोली
Chhattisgarh News: सुकमा के डब्बाकोंटा में निर्माणाधीन पुलिस कैंप पर नक्सलियों के अटैक के दौरान शहीद हुए CRPF कोबरा 222वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक मोहम्मद हकीम सुलेमान को अंतिम सलामी दी गई.
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र डब्बाकोंटा में निर्माणाधीन पुलिस कैंप पर नक्सलियों के अटैक के दौरान गोली लगने से शहीद हुए CRPF कोबरा 222वीं बटालियन के प्रधान आरक्षक मोहम्मद हकीम सुलेमान को जगदलपुर के CRPF हेड क्वाटर पर बुधवार की सुबह अंतिम सलामी दी गई. इस दौरान बस्तर के आईजी सुंदरराज पी समेत सीआरपीएफ के आला अधिकारी और स्थानीय पुलिस के साथ बड़ी संख्या में कोबरा बटालियन के जवान मौजूद रहे. नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ कोबरा के जवान को सीने में गोली लगी थी, जिसके बाद घायल अवस्था में जवान को भेज्जी CRPF कैंप के फील्ड हॉस्पिटल में इलाज के लाया गया था, लेकिन उससे पहले ही जवान ने दम तोड़ दिया.
शहीद जवान पिछले कुछ सालों से सुकमा जिले में पदस्थ थे और केरल राज्य के पालकक्कड़ जिले का रहने वाले थे. जवान को गार्ड ऑफ हॉनर देने के दौरान उनके साथी जवानों की आंखें नम हो गईं. इधर जवान के पार्थिव शरीर को चॉपर के माध्यम से बुधवार शाम तक उनके गृहग्राम तक पहुंचाया जाएगा.
नक्सलियों ने निर्माणाधीन कैंप पर किया था हमला
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि पिछले कुछ सालों से लगातार नक्सलियों की मांद कहे जाने वाले इलाकों में पुलिस नए कैंप स्थापित कर रही है, और इस कैंप के खुलने से नक्सली बौखलाए हुए हैं, सुकमा जिले के डब्बाकोंटा और पीड़मेल में भी नये पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं. डब्बाकोंटा में निर्माणाधीन पुलिस कैंप की सुरक्षा में सीआरपीएफ डीआरजी की संयुक्त टीम लगी हुई है.
इस निर्माणाधीन के कैम्प से करीब 300 मीटर की दूरी पर घात लगाए बैठे नक्सलियों ने मंगलवार को कैम्प पर हमला कर दिया और सुरक्षा में लगे जवानों पर फायरिंग की, जवानों ने भी तुरंत मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की और लगभग दोनों ओर से आधे घंटे तक मुठभेड़ चली, जिसके बाद नक्सली भाग खड़े हुए, लेकिन इस दौरान नक्सलियों की गोली CRPF कोबरा के जवान को सीने में लगी. साथी जवानों ने घायल जवान का प्राथमिक उपचार किया और भेज्जी के फील्ड हॉस्पिटल तक भी पहुंचाया, लेकिन जवान की हालत काफिर गंभीर होने की वजह से उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद डब्बाकोंटा और उससे लगे आसपास के इलाकों में लगातार पुलिस की टीम सर्चिंग अभियान चला रही है. आईजी ने कहा कि जल्द ही पुलिस को इस इलाके में एक बड़ी सफलता हाथ लगेगी.
नक्सलियों के बदले की साजिश
इधर कुछ दिन पहले ही बीजापुर इलाके में डीआरजी के जवानों ने नक्सलियों के अस्थाई कैंप में धावा बोला था और चार नक्सलियों को मार गिराया था, जिसके बाद नक्सलियों के द्वारा भी सुकमा के इस निर्माणाधीन कैंप में हमले को लेकर इसे बदले की साजिश बताई जा रही है, फिलहाल आईजी का कहना है कि पुलिस के जवान पूरी तरह से अलर्ट पर हैं , साथ ही अंदरूनी क्षेत्रों के सभी कैंपों, थानों को भी अलर्ट कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें: