Sukma Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की सुकमा (Sukma) पुलिस के सामने मंगलवार को एक लाख रुपये के इनामी नक्सली कमांडर ने सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने वाला नक्सली नागूल नागेश पिछले 15 सालों से संगठन में सक्रिय था. यही नहीं वो जिले में हुई कई बड़ी वारदातों में भी शामिल रहा. बड़े नक्सली लीडरों की प्रताड़ना और शोषण से तंग आकर और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह- नई शुरुआत) से प्रभावित होकर नक्सली नागेश ने आत्मसमर्पण किया.


फिलहाल पुलिस ने सरेंडर करने वाले नक्सली को 10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी है और जल्द ही उसे सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाले लाभ दिए जाने की भी बात कही है. वहीं नागेश ने पुलिस के आला अधिकारियों को सुकमा में सक्रिय बड़े नक्सलियों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं. सुकमा के उप पुलिस अधीक्षक उत्तम प्रताप सिंह ने बताया कि नागूल नागेश थाना चिंतागुफा क्षेत्र का रहने वाला है. 


उन्होंने बताया कि नक्सली नागूल नागेश ने प्रदेश सरकार की नक्सलवाद उन्मूलन नीति और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि नागेश पिछले 15 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय था. वो कई बड़े नक्सली नेताओं के साथ काम भी कर चुका है.


नक्सली नागेश साल 2010 से 2014 तक पिडमेल ग्राम मालीशिया सदस्य, साल 2014 से 2016 तक पिडमेल पंचायत डीएकेएमएस सदस्य, साल 2016 से 2018 तक पिडेमल पंचायत मालिशिया सदस्य और साल 2019 से अब तक मालिशिया कमांडर रहा. पुलिस ने इस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.


उन्होंने बताया कि नागेश के खिलाफ सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना में 12, पोलमपल्ली में चार और दोरनापाल थाने में तीन केस समेत कुल 19 अपराधिक मामले दर्ज हैं. फिलहाल नागूल नागेश के सरेंडर करने से पिडमेल इलाके में नक्सलियों की दहशत कम होगी. उप पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नागेश से संगठन में सक्रिय नक्सलियों की जानकारी ली जा रही है. नागेश ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी भी हैं. इससे जिले में चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में पुलिस के जवानों को काफी मदद मिलेगी.


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