Chhattisgarh: सुकमा में नक्सलियों ने पुलिस पर लगाया 4 गांवों में ड्रोन से बमबारी का आरोप, कही ये बात
Sukma: बस्तर आईजी ने किसी भी तरह के हवाई हमले की बात से इंकार किया है. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि नक्सली प्रेस नोट के माध्यम से झूठी जानकारी दे रहे हैं.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)के नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिले में एक बार फिर नक्सलियों (Naxalite) ने पुलिस पर हवाई हमले कर जिले के 4 गांवों में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बमबारी करने का आरोप लगाया है. नक्सली संगठन के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता समता ने प्रेस नोट जारी कर इसकी जानकारी दी है.
नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में लिखा है कि हाल ही में बस्तर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के आदेश के बाद शुक्रवार सुबह 6 बजे से ही सुकमा जिले के पामेड़ इलाके के भट्टीगुड़ा, कवुरगट्टा, मीनागट्टा और जब्बाकट्टा इलाके में लगातार पुलिस फोर्स ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बमबारी कर रही है. इससे ग्रामीणों के खेत, खलियान, जंगलों और पहाड़ों को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट जवानों पर हेलीकॉप्टर से बमबारी करने का भी आरोप के लगाया है.
गांवों में हवाई बमबारी करने का आरोप
नक्सलियों ने शुक्रवार को जारी प्रेस नोट में लिखा कि सुकमा के कोर इलाके में मौजूद चार गांवों में सुबह 6 बजे से ही जवानों द्वारा ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बमबारी कर ग्रामीणों के खेत खलियान, जंगल और पहाड़ों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. हालांकि नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में बमबारी से किसी तरह की जनहानि होने की जानकारी नहीं दी है. साथ ही इस बमबारी से नक्सलियों को भी कोई नुकसान पहुंचने का जिक्र नहीं किया है, लेकिन उन्होंने लिखा है कि यह सीजन महुआ बीनने का सीजन है. यहां के ग्रामीण दिन-रात अपने खेतों और जंगलों में रहकर महुआ बिन रहे हैं. इस समय अचानक आसमान से बमबारी और फायरिंग के चलते जनता भयभीत होकर अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रही है.
नक्सलियों ने गृहमंत्री के दौरे का भी किया जिक्र
नक्सलियों ने केंद्रीय गृहमंत्री के बस्तर दौरे का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ की स्थापना दिवस में जगदलपुर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा था कि नक्सलियों के साथ जंग आखिरी चरण में हैं. उन्होंने बहुत जल्द ही माओवादियो को जड़ से मिटाने की घोषणा की है. इसके लिए पूरे दंडकारण्य में मुखबिर तंत्र से सुचनाएं लेकर आसमान से ड्रोन और हेलीकॉप्टर हवाई हमले की तैयारियां चल रही हैं. इसी के चलते शुक्रवार सुबह 6 बजे से ही जवानों द्वारा हवाई बमबारी की गई. नक्सलियों ने लिखा है कि बस्तर के जल, जंगल, जमीन और संसाधन को बचाने के लिए यहां की जनता अपनी जान जोखिम में डालकर लड़ रही है. इतना हीं नहीं नक्सलियों ने मजदूरों, किसानों, छात्रों, युवाओं, बुद्धिजीवियों, मानव अधिकार संगठनों और सामाजिक संगठनों से अपील करते हुए कहा है कि वो इस असंवैधानिक हवाई हमले का खंडन करें. साथ ही इसके खिलाफ देशव्यापी जन आंदोलन करें.
बस्तर आईजी ने हवाई हमले से किया इंकार
वहीं बस्तर आईजी ने किसी भी तरह के हवाई हमले की बात से इंकार किया है. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि नक्सली प्रेस नोट के माध्यम से झूठी जानकारी दे रहे हैं. ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी तरह की कोई बमबारी नहीं की गई है. नक्सली हमेशा से ही पुलिस के जवानों पर इस तरह के अर्नगल आरोप लगाते हैं, लेकिन उनके पास हवाई हमले की कोई भी जानकारी नहीं मिली है. ना ही हवाई हमले का कोई प्लान पुलिस द्वारा बनाया गया है.