Sukma News Today: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने एक पूर्व उप सरपंच की गला रेतकर हत्या कर दी है. दूसरी तरफ नक्सलियों के जरिये मौत की सजा देने के डर से एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत सुकमा जिले के नागारास थाने की पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने दोनों शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने नागारास गांव के 18 लोगों के नाम से धमकी भरा पत्र जारी किया है.
पुलिस ने मुखबिरी से किया इंकार
जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि इन सभी 18 लोगों को मौत की सजा सुनाई जाएगी. इसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. इस घटना को माओवादी संगठन के केरलापाल एरिया कमेटी ने अंजाम दिया है.
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने मारे गए ग्रामीणों की पुलिस के साथ किसी तरह का संबंध होने की बात से इंकार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने साल 2007 में सलवा जुडूम में काम करने की वजह से ग्रामीण की हत्या की है. महिला ने फांसी क्यों लगाई इस मामले की भी जांच की जा रही है.
दो नक्सलियों ने दिया वारदात को अंजाम
नागारास के ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार देर रात जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र नागारस गांव में पूर्व उप सरपंच हेमला सुकला अपने परिजनों के साथ घर में मौजूद थे. उसी समय देर रात दो नक्सली हथियारों से लैस होकर हेमला सुकला के घर आ पहुंचे.
दोनों ने नक्सलियों ने पूर्व उप सरपंच हेमला सुकला पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए उनकी गला रेत कर हत्या कर दी. नक्सलियों के जरिये हत्या किए जाने की खबर मिलते ही पटेलपारा निवासी ग्रामीण महिला हेमला सन्नी ने अपने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया.
नक्सलियों ने फेंकी 18 लोगों के नाम की पर्ची
ग्रामीणों ने बताया कि नक्सलियों के जरिये मौत की सजा देने के डर से महिला हेमला सन्नी ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. इसके बाद नक्सलियों ने मौके पर पर्चा भी फेंका है. इस इलाके में 18 से अधिक पुलिस कैंप खुलने से नक्सली बैकफुट पर हैं और उन्होंने इसके विरोध के साथ 18 ग्रामीणों के नाम की पर्ची जारी की है.
नक्सलियों के जरिये जारी इस पर्ची में इस बात का जिक्र किया गया है कि इन सभी 18 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है. नक्सलियों के जरिये पर्चा जारी करने के बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई है. फिलहाल पूरे क्षेत्र पुलिस के जवान एक्टिव हो गए हैं.
पुलिस, हत्या और फेंकी गई पर्ची की जांच में जुटी
इस मामले में सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सलियों ने जिस ग्रामीण की हत्या की है. उसे साल 2007 में सलवा जुडूम में काम करने का आरोप लगाते हुए हत्या करने की बात सामने आई है. मृतक पूर्व उप सरपंच की उम्र 55 साल थी.
पुलिस इस हत्याकांड के बाद मृतक के परिजनों से पूछताछ करने में जुटी है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि नक्सलियों के जरिये हत्या करने की क्या वजह है. जबकि पटेलपारा में ग्रामीण महिला हेमला सन्नी की आत्महत्या के मामले में भी जांच की जा रही है.
एसपी का कहना है कि मृतक किसी भी प्रकार से पुलिस के लिए कोई मुखबिरी का काम नहीं करता था. पहले वह उपसरपंच था. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. जिन ग्रामीणों के नाम नक्सलियों ने मौत का फरमान जारी किया है उस लेटर की भी जांच की जा रही है.
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