सुकमा में कालाबाजारी पर एक्शन, वन विभाग के गोदाम से मिला चावल, सात लोगों के खिलाफ FIR
Sukma News: सुकमा जिला प्रशासन ने सरकारी राशन की कालाबाजारी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है. खाद्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
Chhattisgarh News: सुकमा जिले में राशन माफिया के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है. ग्रामीणों से मिली शिकायत के बाद सख्त एक्शन लिया जा रहा है. खाद्य विभाग की टीम ने कोंटा ब्लॉक के अलग-अलग पंचायतों में छापेमार कार्रवाई की. कार्रवाईके दौरान 27 लाख रुपये कीमत का 694 क्विंटल पीडीएस चावल बरामद हुआ. खाद्य विभाग की टीम ने केरलापेंदा के सरपंच, सचिव और सेल्समेन समेत 7 लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया है.
प्रशासन को लंबे समय से गरीबों के राशन में डाका डाले जाने की खबर मिल रही थी. पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार की मुफ्त राशन योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा था. कलेक्टर एस. हरीश ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए एसडीएम और खाद्य विभाग की टीम को राशन की कालाबाजारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया. उन्होंने बताया कि चिंतलनार के करीब आधा दर्जन पंचायत में गरीबों को पीडीएस राशन नहीं मिलने की लगातार शिकायत मिल रही थी.
गरीबों के निवाले पर डाका डाल रहे थे माफिया
सुकमा एसडीएम शबाब खान की अगुवाई में कोंटा तहसीलदार और खाद्य विभाग की टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए गए. टीम को कोंटा ब्लॉक के चिंतलनार भेजा गया. लगातार तीन दिनों तक अलग-अलग पंचायत में छापेमार कार्रवाई की गयी. कार्रवाई में वन विभाग के गोदाम समेत दो निजी मकानों से भारी मात्रा में पीडीएस का राशन बरामद हुआ. कलेक्टर ने बताया कि मानसून से पहले इस साल भी पहुंचविहीन पंचायतों में 6 महीने का राशन एक साथ डंप किया गया था.
खाद्य विभाग की टीम ने की छापेमार कार्रवाई
उन्होंने बताया कि चिंतलनार, मोरपल्ली, मुकरम, एलमपल्ली और केरलापेंदा पंचायत का राशन अप्रैल महीने में भेजा गया था. पीडीएस प्रणाली के तहत हर महीने राशन हितग्राहियों को मिलना था. राशन माफिया ने चावल की कालाबाजारी के लिए अनाज को वन विभाग के गोदाम में रख दिया. दो निजी मकान से भी भारी मात्रा में टीम को राशन बरामद हुआ. तीन दिनों तक चली छापेमार कार्रवाई में जांच टीम ने 1093 बोरी चावल, 73 बोरी शक्कर, 74 किलो चना, 97 बोरी नमक, 132 कार्टन गुड़, धानकोंडा 275 बोरी, क्रिस्टल नमक 105 बोरी बरामद किया. बरामद कुल 694 क्विंटल खाद्य सामग्री की सरकारी कीमत लगभग 27 लाख रुपये आंकी गई है.
सरपंच, सचिव समेत 7 लोगों पर मामला दर्ज
कलेक्टर ने बताया कि राशन की कालाबाजारी पर केरलापेंदा सरपंच तेलाम पायके, सचिन हिमाचल पुरी गोस्वामी, सेल्समेन भीमसेन वट्टी और एलमपल्ली सरपंच हिमानी मरकाम, सचिव गोपी कृष्ण राजपूत, सेल्समेन विजय हमला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है. चिंतलनार के एक व्यापारी विक्रम सिंह को भी कालाबाजारी का आरोपी बनाया गया है. कलेक्टर का कहना है कि कालाबाजारी से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं. ऐसे में जांच टीम राशन माफिया की जानकारी जुटा रही है. बता दें कि नक्सल प्रभावित चिंतलनार का इलाका पिछले कई सालों से पीडीएस राशन की कालाबाजारी के लिए चर्चा में रहा है.
संवेदनशील और पहुंचविहीन होने की वजह से पिछले कई सालों से गांव तक राशन नहीं पहुंच सका है. माना जा रहा है कि भोले भाले आदिवासियों की अशिक्षा का फायदा राशन माफिया उठा रहे हैं. बड़ी मात्रा में राशन की बरामदगी से राजनीति भी शुरू हो गई है. कोंटा विधानसभा के पूर्व विधायक और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने चावल तस्करों को जेल भेजने की मांग की है. मनीष कुंजाम का कहना है कि वन विभाग के गोदाम से पीडीएस का राशन मिलना अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत को उजागर करता है. ऐसे में जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
ये भी पढ़ें- Sawan Somwar: पाताल लोक में है भगवान शिव का धाम, जहां वनवास के दौरान ठहरे थे भगवान श्रीराम