Bastar News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से बारिश से जूझ रहे लोगों की तस्वीर सामने आई है. जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है. यह तस्वीर सरकार के विकास के दावों की भी पोल खोलती नजर आ रही है. दरअसल इस तस्वीर में सुकमा जिले में हुए भारी बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर है. नाले को पार करने के लिए एक दंपति अपने मासूम बच्चे को एक बड़े गंजी में डालकर नाला पार करने को मजबूर है.
दरअसल यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 22 साल बाद भी इस गांव में विकास नहीं पहुंच पाया है. इलाके में ना ही यहां बिजली की सुविधा है ना ही पीने के पानी की और ना ही सड़क मार्ग है और ना ही पुल-पुलिया की व्यवस्था है. जिस वजह से बरसात के मौसम में इस इलाके में रहने वाले ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस तस्वीर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह ग्रामीण अपने मासूम बच्चे और खुद के जान को जोखिम में डालकर नाले को पार करने के लिए मजबूर हैं.
जान जोखिम में डाल नाला पार कर रहे ग्रामीण
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 28 किलोमीटर दूर रामाराम के पोंगाभाजी गांव की यह तस्वीर है. जहां पिछले 5 दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से यह गांव टापू में तब्दील हो गया है. ग्रामीणों को राशन से लेकर अपने जरूरत के सामानों के लिए जूझना पड़ रहा है और बताया जा रहा है कि इस बाढ़ में कई घर भी धराशायी हो गए हैं. ऐसे में ग्रामीण सुरक्षित जगह जाने की कोशिश कर रहे हैं.
आजादी के इतने सालों बाद भी कोई मूलभूत सुविधाएं नहीं
इसी दौरान एक परिवार भी अपने करीब 8 से 9 महीने के मासूम बच्चे को नाला पार कराने के लिए एक बर्तन के बड़े गंजी में डालकर पार करा रहे हैं. खुद माता-पिता भी इस बर्तन को पकड़कर तेज बहाव के नाले को पार करने की कोशिश कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि मजबूरन उन्हें जान जोखिम में डालकर इस तरह नाला पार करना पड़ रहा है. उनके गांव में आजादी के 70 साल बाद भी शासन की कोई भी योजनाओं का लाभ और मूलभूत सुविधा नहीं पहुंची है. ऐसे में हर साल बरसात के मौसम में उन्हें काफी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है और इस दौरान कई लोगों की जान भी चली जाती है.
बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश जारी
इस तस्वीर के सामने आने के बाद सुकमा कलेक्टर एस हरीश ने बताया कि जिले के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है और इसलिए आपदा प्रबंधन को भी अलर्ट कर दिया गया है. कलेक्टर ने बताया कि ऐसे जगहों पर फंसे ग्रामीणों को निकालने की प्रशासन की टीम के द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है. साथ ही एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है, फिलहाल जहां बाढ़ में फंसे लोगों की जानकारी मिल रही है वहां पर प्रशासन की टीम पहुंचकर मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही है.
सुकमा कलेक्टर एस हरीश ने दी ये जानकारी
इस तस्वीर के सामने आने के बाद सुकमा कलेक्टर एस हरीश ने बताया कि जिले के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है और इसलिए आपदा प्रबंधन को भी अलर्ट कर दिया गया है. कलेक्टर ने बताया कि ऐसे जगहों पर फंसे ग्रामीणों को निकालने की प्रशासन की टीम के द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है. साथ ही एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है, फिलहाल जहां बाढ़ में फंसे लोगों की जानकारी मिल रही है वहां पर प्रशासन की टीम पहुंचकर मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही है.
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